नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश पर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश त्यागी को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने त्यागी के ख़िलाफ़ डीयू में प्रशासनिक अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए जांच के आदेश भी प्रदान किए हैं. बता दें कि त्यागी पिछले साढ़े तीन वर्ष से डीयू में अपनी सेवाएं दे रहे थे. वहीं राष्ट्रपति के आदेश के पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल द्वारा इस संबंध में जांच की इजाजत मांगी गई थी. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा जांच के आदेश भी जारी किए गए थे.
इस संबंध में त्यागी की शिकायत को लेकर एक पत्र लिखा गया था. जहां शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में बताया गया था कि त्यागी अपने कर्तव्यों और अपनी जिम्मेदारियों पर खरे नहीं उतर रहे हैं. उनके कामों में लापरवाही देखी जा रही है. साथ ही वाइस चांसलर योगेश त्यागी के कार्यकाल में कई प्रमुख पदों पर भी भर्तियां नहीं हुई है.
शिक्षा मंत्रालय ने अपने पत्र में त्यागी के ख़िलाफ़ एक्शन लेने की वजह को भी स्पष्ट किया है. मंत्रालय ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न संबंधित केस दो साल से लंबित है. अब तक इन्हें निबटाया नहीं जा सका है. इस तरह की अनियमितता असंवेदनशीलता को दर्शाती है. मंत्रालय ने आगे बताया कि यौन उत्पीड़न संबंधित मामलों पर हमारी नज़र बनी हुई है.