देवी अहिल्या हाउसिंग सोसायटी से जुड़े घोटाले की कतारे बहुत लम्बी रही हैं। इस जुड़ा एक और घोटाला सामने आ रहा है, जो पहले हुए घोटाले की तुलना में कम नहीं है। देवी अहिल्या हाउसिंग सोसायटी के महाघोटाले में अध्यक्ष विमल अजमेरा को अवैध जमीन हड़पने का आरोप है। इसके अलावा, आईडीए ने संस्था की जमीन पर दो बड़े भूखंडों का आवंटन रद्द किया था।
इसी मामले को लेकर कोर्ट में जवाब न देने के लिए संस्था के अध्यक्ष के नाम पर गैरजमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया हैं। जिसकी पुष्टि के लिए संयोगितागंज पुलिस संस्था के अयोध्यापुरी स्थित कार्यालय पहुंच गई। लेकिन संस्था के अन्य अधिकारियों ने अनुरोध किया कि चेयरमैन बुजुर्ग हैं और उनकी कोई गलती नहीं है, वकील ने जानकारी नहीं दी, अब कल सोमवार को कोर्ट में जवाब पेश किया जायेगा।
कल संयोगितागंज थाने का एक सिपाही सभापति विमल अजमेरा को गिरफ्तार करने उनके कार्यालय पहुंचा, लेकिन उनसे कहा कि सभापति की कोई गलती नहीं है और सोमवार को वकील के माध्यम से जवाब दाखिल किया जाएगा, इसलिए किसी तरह सभापति की गिरफ्तारी टल गई। उधर, प्रशासन को अयोध्यापुरी की प्राथमिकता सूची जल्द प्रकाशित करनी है, इसकी प्रक्रिया भी चल रही है।
संगठन के कई पीड़ितों ने अनियमितता के मामले पर उपभोक्ता मंचों, सरकारी अधिकारियों, पुलिस और अदालतों में शिकायत दर्ज की है। एक ऐसा मामला उपभोक्ता फोरम में चर्चा में है, जिस पर संस्था द्वारा जवाब देने का आदेश था, लेकिन उन्होंने निर्धारित समय और नोटिस के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके परिणामस्वरूप, न्यायालय ने संस्था के अध्यक्ष के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।