प्राण प्रतिष्ठा : 400 किलो का ताला पहुंचा अयोध्या, दंपति ने 6 माह में किया निर्माण

Suruchi
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राम मंदिर का 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठान होना है। जिसको लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है। ऐसे में मेहमानों के साथ रामलला के लिए उपहार भी आने शुरू हो गए है। इनमे से तो कुछ अनोखो उपहार भी शामिल है। ऐसा ही अलीगढ़ के एक कारीगर ने रामलला के लिए 400 किलोग्राम वजनी एक ताला तैयार किया है। जो अयोध्या पहुुंच चुका है।

यह ताला कारीगर सत्यप्रकाश शर्मा एवं उनकी पत्नी रुकमणी शर्मा ने तैयार किया। ताले की खासियत की बात करें तों यह छह फीट दो इंच लंबे और दो फीट साढ़े नौ इंच चौड़े ताले को बनाने में 65 किलोग्राम पीतल लगा। तीन फिट चार इंच लंबी इसकी चाबी तीस किलोग्राम की है। वही इसके निर्माण में करीब 6 महीने का समय लगा है।

आपको बता दें इस ताले को विश्व का सबसे बड़ा ताला बताया जा रहा है। डॉ. अन्नपूर्णा भारती पुरी अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित होने के लिए ताले को लेकर पहुंची हैैंं । उनके अनुसार राम मंदिर के दर्शन को आने वाले लोग इस ताले को अलीगढ़ के प्रतीक चिन्ह के रूप में जानेंगे। जिसे अयोध्या में स्थापित किया जाएगा।

बतातें चलें की इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भी 17 सितंबर को कारीगर सत्यप्रकाश शर्मा एवं उनकी पत्नी रुक्मिणी शर्मा ने छह किलोग्राम के ताले को भेंट किया था। उस दौरान दंपती ने प्रधानमंत्री को बताया था कि अयोध्या के श्री राम मंदिर के लिए उन्होंने 400 किलोग्राम वजन का एक भव्य ताला तैयार किया है, जिसे वे मंदिर के लोकार्पण से पहले ही सौंपेंगे।