बिजली अधिकारियो की हुई बैठक, प्रमुख सचिव संजय दुबे ने दिए निर्देश

Akanksha
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इंदौर। बिजली मूलभूत आवश्यकता है, बिजली अधिकारी मैंटनेंस कार्य गुणवत्ता के साथ करे ताकि आपूर्ति में बाधा की स्थिति न बने। राजस्व संग्रहण हर माह के लक्ष्य बनाकर किया जाए, सभी 15 जिलों का प्रति यूनिट नकद राजस्व संग्रहण हर माह क्रमशः बढ़ना चाहिए।

ये निर्देश प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने दिए। वे शनिवार दोपहर इंदौर के पोलोग्राउंड स्थित मप्रपक्षेविविकं के सभागार में मालवा-निमाड़ के सभी 15 जिलों के बिजली अधिकारियों को बैठक में संबोधित कर रहे थे। बैठक में मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चेयरमैन एवं ऊर्जा सचिव आकाश त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक विकास नरवाल आदि भी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव दुबे ने कहा कि दो माह बाद रबी का सीजन प्रारंभ होगा, लाइनों, ट्रांसफार्मर आदि के हिसाब से अभी से प्रभावी तैयारी की जाए, ताकि किसानों को कोई परेशानी न आए। दुबे ने राजस्व संग्रहण हर माह लक्ष्य बनाकर अर्जित करने पर बल दिया, उन्होंने प्रति यूनिट राजस्व संग्रहण हर जिले को सतत बढ़ाने एवं लाइन लास में कमी लाने को कहा। श्री दुबे ने इंदौर के स्मार्ट मीटरिंग के साथ ही आगामी माह उज्जैन, महू, देवास, रतलाम, खरगोन शहर के शत प्रतिशत स्मार्ट मीटराइजेशन की भी जानकारी ली। उन्होंने बिजली आपूर्ति, मैंटेनेंस, काल सेंटर, बजट, वर्क्स, प्रोजेक्ट, स्काडा, आईपीडीएस, फीडर सेपरेशन, काल सेंटर, मानव संसाधन आदि से जुड़े विषयों पर एक के बाद एक जानकारी ली। बैठक के दौरान मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर, निदेशक मनोज झंवर, कार्यपालक निदेशक संजय मोहासे, गजरा मेहता, एसएल करवाड़िया,अशोक शर्मा, आरके नेगी आदि ने भी जानकारी प्रस्तुत की।