जनसुनवाई के सामने आ रहे है सकारात्मक परिणाम, पारलीबाई को मिली भिक्षावृत्ति से मुक्ति

Shivani Rathore
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इंदौर : संभाग में राज्य शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार सभी जिलों में कलेक्टर कार्यालय सहित अन्य विभागों के कार्यालयों में प्रति मंगलवार को जनसुनवाई का प्रभावी आयोजन किया जा रहा है। जनसुनवाई के सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे है। गत मंगलवार को इंदौर संभाग बड़वानी के कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई जनसुनवाई में भिक्षावृत्ति कर अपना तथा परिवार का गुजर-बसर करने वाली एक दिव्यांग तथा कल्याणी महिला को सम्मानजनक जीवन जीने का नया सहारा मिला।

जनसुनवाई में विकासखंड सेंधवा के ग्राम जामपाटी कि दिव्यांग कल्याणी श्रीमती पारलीबाई अपने दो छोटे बच्चों के साथ बड़वानी जनसुनवाई में आई थी। उसने ट्राईसाईकिल की मांग की, जिससे वह भिक्षावृत्ति कर अपना और बच्चो का पेट भर सके। उसकी खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा जब बड़वानी कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा ने उसे भिक्षावृत्ति की मजबूरी से निजात दिलाने के लिए आदिवासी विकास विभाग के माध्यम से जहां तत्काल 5 हजार रुपये की राशि दिलवाई, वही उसके बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग की फास्टर केयर (वैकल्पिक पोषण देख-रेख) योजना का भी लाभ दिलवाने के निर्देश दिए।

जिससे बच्चों के पोषण के लिए उसे प्रतिमाह 2 हजार रुपये की सहायता अगले 3 साल तक प्राप्त होने लगेगी। इसके साथ ही कलेक्टर ने महिला को आश्वस्त किया कि उसे स्वरोजगार दिलाने के लिए उसे रेडक्रास सोसायटी या अन्य मद से भी राशि उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे वह अपने ग्राम के घर में ही छोटी सी दुकान संचालित कर, अपना एवं परिवार का गुजर बसर और अच्छी तरह से कर सके।

इसके साथ ही कलेक्टर ने मौके पर ही उपस्थित शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे महिला की काउंसलिंग कर सुनिश्चित करायेंगे कि उसके 6 वर्षीय पुत्र का प्रवेश आश्रम प्रारंभ होने पर, उसमें हो जाये। जिससे कल्याणी के बच्चे भी खाना-पानी के साथ निःशुल्क पढ़ाई का भी लाभ उठा सके।