हाथरस : हाथरस मामले पर सियासत लगातार गर्माती जा रही है. गुरुवार को जहां कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस की पीड़िता से मिलने के लिए हाथरस की ओर कूच किया, तो वहीं शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस यानी कि टीएमसी ने इसके लिए अपने कदम बढ़ाए हालांकि कांग्रेस की तरह ही टीएमसी को भी इसमें कोई सफलता नहीं मिल सकी.
टीएमसी नेताओं और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच इस दौरान धक्का-मुक्कीऔर झूमाझटकी देखने को मिलीं. इसे लेकर टीएमसी नेता ममता ठाकुर ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि, ‘हम पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे, हालांकि हमें जाने नहीं दिया गया. जब हमने जोर दिया, तो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा हमारे ब्लाउज को खींचा गया और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर भी पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया. वह नीचे गिर गईं. पुरुष पुलिस ने उन्हें छुआ. यह बेहद शर्मनाक है.’
बता दें कि इस दौरान पुलिस की धक्का-मुक्की में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी जमीन पर गिर गए. दर्जनों पुलिस वाले टीएमसी नेताओं को इस दौरान हाथरस जाने से रोकने की जद्दोजहद में नज़र आए. दूसरी ओर कांग्रेस और टीएमसी के साथ ही हाथरस की घटना से समाजवादी पार्टी भी सरकार के विरोध में दिखीं और सपा ने लखनऊ में सड़क पर उतरकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.