पुलिस को मिली बड़ी सफलता, ट्रेन में हुई हत्या के आरोपी को लिया गिरफ्त में

Rishabh
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दिनांक 01.06.2021 को रात्रि लगभग 9 बजे भोपाल डायल 100 से जीआरपी कंट्रोल रूम भोपाल को सूचना प्राप्त हुई कि स्टेशन मास्टर सीहोर द्वारा बताया गया है कि उज्जैन तरफ से आने वाली ट्रेन 08233 नर्मदा एक्स0 के कोच डी-3 में एक महिला बेहोशी की हालत में पड़ी है।

विषेश पुलिस महानिदेशक रेल सुधीर कुमार शाही, पुलिस महानिरीक्षक रेल महेन्द्र कुमार सिकरवार द्वारा प्रकरण में विशिष्ट मार्गदर्शन देते हुये त्वरित कार्यवाही करने के महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक सीहोर शशीन्द्र सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक रेल हितेश चौधरी तत्काल जिला पुलिस बल सीहोर, जीआरपी एवं आरपीएफ के बल के साथ घटना स्थल पर पंहुचे। घटना स्थल पर पाया गया कि ट्रेन 08233 नर्मदा एक्स0 के कोच डी-3 में लगभग 22-23 साल की युवती का शव खून से लथपथ कोच के फर्श पर पड़ा हुआ था। युवती के गले में धारदार हथियार (चाकू) से गला रेतकर हत्या करना प्रतीत हुआ, घटनास्थल के पास एक रक्त रंजित चाकू भी पड़ा मिला।

उक्त घटना के संबंध में तत्काल ट्रेन 08233 नर्मदा एक्स0 में डियूटीरत ट्रेनगार्ड, स्टेशन मास्टर सीहोर एवं मौके पर मौजूद यात्रियों से पूछताछ कर घटना के संबंध में जानकारी ली गई। घटनास्थल पर एफएसएल टीम, पुलिस डॉग , फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाकर बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। मृतिका के पास मिले सामान, ट्रेन के टीटीई से प्राप्त रिजर्वेश न चार्ट आदि से उसकी पहचान मुस्कान हाडा पिता जयसिंह उम्र 23 साल नि0 सुखलिया इंदौर के रूप में हुई।

प्रकरण में घटना स्थल का निरीक्षण करने पर हत्या की घटना स्पष्ट परिलक्षित हो रही थी। आसपास के यात्रियों से पूछतांछ में खुलासा हुआ कि मृतिका घटना से कुछ मिनटों पहले अपनी सीट से उठकर बाथरुम के पास गई थी। वहां एकाएक किसी लडके से विवाद की आवाज आई एवं तत्काल ही वह लडकी सीट की तरफ लड़खड़ाई। इसी बीच कोच का दरवाजा जोर से बंद होने की आवाज आई जिससे आरोपी ट्रेन से कूदकर भाग गया। इस समय ट्रेन धीमी गति से सीहोर स्टेश न के प्लेटफार्म में प्रवेश कर रही थी।

मामले की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को देखते हुये जिला बल सीहोर, जिला बल इंदौर, जीआरपी इंदौर, आरपीएफ के साथ ही जीआरपी भोपाल की तकनीकी शाखा व अन्य लगभग 10 टीमें समानांतर कार्य हेतु फील्ड में उतारी गई। पुलिस द्वारा बेहद तत्परता से मामले की पतारसी के प्रयास शुरु कर दिये गये। अज्ञात आरोपी की तलाश हेतु तत्काल घटना स्थल के आस पास के इलाके की सर्चिंग कराई गई।
प्रकरण में मृतिका के परिजनों से पूछताछ की गई।

परिजनों ने बताया कि मुस्कान इंदौर में एक प्राईवेट कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। 01 जून 2021 को मुस्कान अपनी कंपनी में काम करने वाली सहेली से मुलाकात करने नर्मदा एक्सप्रेस से भोपाल आ रही थी। ट्रेन में यात्रा के दौरान मृतिका के भाई की मृतिका से फोन पर बातचीत हुई तो उसने घबराते हुये परेशान होने के बात बताई थी क्योकि ट्रेन में सागर सोनी उसका पीछा कर रहा था। परिजनों ने यह भी बताया कि मृतिका और सागर सोनी एक दूसरे को कई वर्षों से जानते थे व उनके बीच विवाद भी हुये है।

संदेही सागर की तलाश हेतु थाना जीआरपी भोपाल एवं थाना जीआरपी हबीबगंज से विषेश टीमों को लगाया जाकर तलाश कराई गई। उक्त गंभीर घटना की पतारसी के लिये तकनीकी एवं फील्ड में कई टीमें लगाई गयी। इन टीमों द्वारा संदेही सागर सोनी की गतिविधियों से संबंधित एवं साथियों के यहां सभी ठिकानों पर ताबड़-तोड़ दबिश दी गई। पुलिस द्वारा सारी रात अनवरत प्रयास किये जाते रहे और अंततोगत्वा सागर सोनी को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई। जब आरोपी को पकड़ा गया तब उसके कपड़ों एवं जूतों में खून के साफ साफ निशान मिले।

सागर सोनी ने पुलिस गिरफत में आने के बाद पूछतांछ में बताया कि उसका परिवार पहले इंदौर में निवास करता था। इंदौर में रहने के दौरान पडोंस में रहने वाली मृतिका मुस्कान के साथ उसका प्रेम संबंध शुरु हो गया था। वह 05-06 साल के संपर्क एवं जान-पहचान के दौरान सागर ने मृतिका को बेहद प्रेम करना बताया किन्तु वर्तमान में महिला की तरफ से ऐसा कोई संबध आरोपी को प्रतीत नहीं हुआ। जो बार बार दोनों के बीच मनमुटाव व विवाद होते रहे है।

दिनांक 01 जून 2021 को मुस्कान के इंदौर से भोपाल आने की जानकारी सागर को पता चली। उसके बाद उसने मृतिका के अपने प्रति अप्रेमपूर्ण भाव को देखते हुये क्रोधवश जान से मारने का ठान लिया। उसने जान से मारने की नियत से पहले श राब पी और उसके बाद चाकू लेकर नर्मदा एक्स0 पकड़ने के लिये शुजालपुर पहुँच गया। सीहोर स्टेशन आने से पहले सागर और मुस्कान के बीच बाथरुम के पास विवाद हुआ और सागर ने चाकू मारकर मुस्कान की हत्या कर दी। घटना के बाद सागर चाकू वहीं छोड़कर प्लेटफार्म में प्रवेश करती धीमी चलती ट्रेन से कूद कर उतर गया।

उक्त अत्यंत संवेदनशील अपराध में तकनीकी एवं जमीनी स्तर की कई पुलिस इकाईयों की कई टीमों द्वारा समानांतर कार्य किया गया जिससे रात भर महज 12 घंटों में ही अंधे कत्ल का खुलासा हो गया।

गिरफ्तार आरोपीः- सागर सोनी पिता राजेश सोनी उम्र 21 साल निवासी म0नं0 559 सिकंदरीसराय के पीछे स्टेशन बजरिया भोपाल म0प्र0।

सराहनीय भूमिकाः- अति0 पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल श्रीमती प्रतिमा एस मैथ्यू, उप पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल श्री एन के0 रजक , सिटी पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक नायक, थाना प्रभारी मंडी सीहोर निरी0 मनोज मिश्रा, थाना प्रभारी एरोड्रम इंदौर निरी0 राहुल शर्मा,थाना प्रभारी जीआरपी इंदौर निरी0 गायत्री सोनी, उप0 निरी0 आर0एन0 रावत, उनि0 एच0एल0 चैधरी, उनि0 श्रीसेन शुक्ला,सउनि0 विजय तिवारी, सउनि0 मूलचंद्र, सउनि0 उमाशंकर, सउनि0 ब्रजेश शर्मा, सउनि0 नरेन्द्र रावत, आर0 शैलेन्द्र, आर0 देवेन्द्र, आर0 राजेश शर्मा, आर लीलाधर, आर0 अखिलेश , आर0 महेन्द्र सिंह, आर0 वाजिद, आर0 दयाशंकर तिवारी, आर0 विक्रम, आर0 नजर, आर0 मयंक, आर0 छतर सिंह, आर0 संजय धाकड, आर0 अनिल सिंह, आर0 रामायण की सराहनीय भूमिका रही।
इसके अतिरिक्त जिला बल सीहोर, जीआरपी इंदौर, जिला बल इंदौर, आरपीएफ, टेनगार्ड/टीटीई, ट्रेन के यात्रियों के द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।