सुल्तान डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं। अखिलेश यादव ने भी इस मामले में सरकार को घेरा था। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी के डीजीपी ने चौंकाने वाले दावे किए हैं। सभी आरोपों को उन्होंने निराधार बताया है। मामले में उन्होंने कई सबूत पेश किए हैं।
मंगेश एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया है। डीजीपी ने कहा कि मंगेश यादव सुल्तानपुर में ज्वेलर की दुकान पर डकैती के समय शामिल था। जौनपुर से वारदात को अंजाम देने के लिए दो बाइक चुराई गई थीं। 3 सितंबर को मंगेश के घर पुलिस ने रेड की थी। बता दें कि इस एनकाउंटर पर लगातार आरोप लग रहे हैं। पुलिस कार्रवाई पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सवाल उठा चुके हैं।
डीजीपी ने बताया कि अनुज, फुरकान, मंगेश यादव, अरबाज, अंकित और एक अज्ञात डकैत ने वारदात को अंजाम दिया था। उनकी सुरक्षा के लिए विनय, विपिन सिंह, अरविंद, विजय और दुर्गेश दुकान के बाहर खड़े थे। मीडिया को दुकान की रेकी, बाइक चोरी, मंगेश के परिजनों का बयान और डकैती की फुटेज समेत तमाम सबूत भी डीजीपी ने मुहैया करवाए। आगे उन्होंने यह भी कहा की इस एनकाउंटर के बारे में लोग तरह तरह के सवाल उठा रहे हैं। इस पर मैं कहना चाहूंगा की पुलिस कभी भी जात देख कर कार्यवाई नहीं करती।