चंडीगढ़: एक तरफ जहा कोरोना से मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे है वही पंजाब में जहरीली शराब से लोगों की मौत लगातार सामने आ रही है। आज मौतों की संख्या बढ़ कर 98 हो चुकी है। वही एक तरफ जहरीली शराब से मौत हो रही है वही दूसरी तरफ बाकि बचे लोगों की शराब के कारण आंखों की रोशनी प्रभावित होने की शिकायत की है। वही इस घटना से बचे हुए लोगों में से तिलज राज एक है जिनका कहना है कि जहरीली शराब पीने के बाद वह ठीक से नहीं देख पा रहा है। शराब पीने के बाद उसे बेचैनी होने लगी थी।उसने बटाला में हाथीगेट इलाके में त्रिवेणी चौहान और दर्शना रानी उर्फ फौजान से 60 रूपये में शराब खरीदी थी। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
तिलज राज ने बताया कि उसके परिवारवाले उसे डॉक्टर के पास ले गये और उसकी जान बच गयी। अब मैं थोड़ा अच्छा महसूस कर रहा हूं लेकिन मेरी आंखों की रोशनी नहीं सुधरी है और चीजें घूमती हुई नजर आती हैं।
दरअसल यह घटना बुधवार शाम को शुरू हुई थी। बता दे कि जहरीली शराब के कारण तरणतारण में 75, अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों की जान चली गयी।
वही बटाला का एक व्यक्ति जो इस घटना से बचे अजय कुमार ने कहा कि उसे शराब पीने के बाद सिहरन होने लगी।
बटाला में इस त्रासदी में बच गये अजय कुमार (32) नामक एक व्यक्ति मैं अब भी कमजोरी महसूस कर रहा हूं।” वह स्थानीय सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसने जहरीली शराब की बिक्री के लिए त्रिवेणी और दर्शना को जिम्मेदार ठहराया। बटाला के बाशिंदों का आरोप है कि हाथी गेट इलाके में खुलेआम जहरीली शराब बेची जा रही थी लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।