पीएम मोदी ने आज नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक में कोरोना महामारी को लेकर समीक्षा की। ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई। इस बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस को एक बहरूपिया बताया और कहा कि यह समय-समय पर अपना रूप बदल रहा है। इसलिए हमें अलर्ट रहना है। आगे पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर भी नजर रखनी होगी। म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं। ऐसे में प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है।
आपको बता दे, पीएम मोदी ने कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है। लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान की नॉर्थ ईस्ट में भी उतनी ही अहमियत है।
उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज़ करते रहना है। हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। साथ ही इसके लिए हाल ही में कैबिनेट ने 23 हज़ार करोड़ रुपए का एक नया पैकेज भी स्वीकृत किया है। नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने में मदद मिलेगी।
आगे पीएम मोदी ने बताया कि हमें विशेष रूप से ऑक्सीजन पर, पीडियाट्रिक केयर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए तेजी से काम करना होगा। पीएम केयर्स के माध्यम से देश में सैंकड़ों नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो स्तर पर और सख्त कदम उठाने होंगे। इससे जिम्मेदारी तय हो सकती है। माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र पर पूरा जोर हमें लगाना है। पिछले 1.5 साल में जो अनुभव हमें मिले हैं। हमें उसका भी पूरा इस्तेमाल करना होगा।