लेह में गरजे मोदी- विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है, गलवान घाटी हमारी है

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लद्दाख: बहरत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह पहुंच गए। यहां उन्होंने समुदे ताल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित निमू पोस्ट पर जवानों से मुलाक़ात की जमीनी हकीकत जानी। लेह के वॉर मेमोरियल हॉल ऑफ फेम पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने सेना के अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात की।

घायल जवानों से मुलाक़ात के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जवानों को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय सैनिकों के पराक्रम की सराहना की और चीन को बिना नाम लिए जवान भी दे दिया। जवानों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है. दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है।आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है। भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है, उसने पूरी दुनिया में ये संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है। मैं गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को आज फिर से श्रद्धांजलि देता हूं। उनके पराक्रम, उनके सिंहनाद से धरती अब भी, उनका जयकारा कर रही है।

पीएम ने कहा कि आपका ये हौसला, शौर्य और मां भारती के मान-सम्मान की रक्षा के लिए आपका समर्पण अतुलनीय है. जिन कठिन परिस्थितियों में जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा, उसकी सेवा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है, तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है. आपकी भुजाएं, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं। आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं। पीएम मोदी ने साफ़ लफ्जों में कहा कि गलवान घाटी हमारी है। लद्दाख का पूरा हिस्सा मान-सम्मान का प्रतीक है।