इंदौर : अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लेने के बाद से ही इंदौर शहर में बीजेपी काफी परेशानी का सामना कर रही है। बता दें कि, अक्षय बम के कांग्रेस प्रत्याशी रहते हुए आखिरी समय पर नामांकन वापस लेने और बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद से ही प्रदेश की राजनीति काफी गरमाई हुई हैं।
इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही है बता दे कि, भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी शंकर लालवानी को प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र लिखा है यह पत्र उस समय सामने आया है, जब 13 तारीख को चुनाव होना है और भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के विरोध का सामना कर रही है।
पीएम ने यह लिखा पत्र में…
मेरे साथी कार्यकर्ता शंकर लालवानी जी, आपको यह पत्र लिखते हुए आशा करता हूं कि आप कुशल मंगल से होंगे। इंदौर एक जागरूक चेतना वाला शहर है, जहां लोगों ने सामूहिक प्रयासों से बड़े से बड़े लक्ष्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया है और स्वच्छता समेत कई विषयों में इंदौर आज शीर्ष स्थान पर है। जनहित से जुड़ी विभिन्न योजनाओं को बेहतर रूप से अमल करवाते हुए आपने क्षेत्र के लोगों के जीवन को सहज और सुविधाजनक बनाने का जो काम किया है, वह सराहनीय है।
आपके अथक प्रयासों से ‘उम्मीदों का शहर’ इंदौर आज प्रदेश और पूरे देश में विकास का एक मॉडल बनकर उभरा है। मुझे विश्वास है कि संसद में आप जनता जनार्दन का भरपूर आशीर्वाद लेकर आएंगे और नई सरकार में हम सब एक साथ मिलकर देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे। आप जैसे ऊर्जावान साथी मुझे संसद में मजबूती प्रदान करेंगे।
पिछले एक दशक के दौरान हमने समाज के हर वर्ग के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हुए कांग्रेस पार्टी के दशकों लंबे कुशासन के कारण पैदा हुई समस्याओं से देश को मुक्त कराया है। अब, हर नागरिक की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए देश एक नई गति से आगे बढ़ने को तैयार है। चुनाव के अब तक के उत्साहजनक रुझान बताते हैं कि भारत की जनता इस चुनाव में हमारे विकासोन्मुख विजन को समर्थन देने का मन बनाकर आगे बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी और इंडी अलायंस समाज के सभी वर्गों द्वारा खारिज किए जा रहे हैं। गरीब, किसान और महिलाएं भी कांग्रेस द्वारा दशकों तक किए गए अपमान के लंबे और निराशाजनक ट्रैक रिकार्ड के कारण उन्हें अस्वीकार कर रहे हैं।
कांग्रेस से शासन काल में एससी, एसटी, ओबीसी समुदायों को भी उपेक्षा, अपमान और अन्याय का सामना करना पड़ा। हमारी पार्टी में बड़ी संख्या में इन्हीं समुदायों से चुने हुए प्रतिनिधि हैं। पिछले 10 वर्षों के दौरान गरीब, किसान, महिलाएं और एससी, एसटी, ओबीसी समुदाय के लोग अंततः बेहतर जीवन की अपनी आकांक्षाओं को पूरा होते हुए देख रहे हैं। वे सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से उत्साहित महसूस कर रहे हैं।
हताशा के कारण कांग्रेस और इंडी अलायंस तुष्टिकरण की राजनीति में खतरनाक स्तर तक बढ़ रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों के बीच उनके लिए कोई आकर्षण नहीं है। ये समुदाय समझ चुके हैं कि केवल भाजपा सरकार में ही उनकी स्थिति पहले से बेहतर हुई है।