पीएम मोदी करेंगे स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के पुरस्कार वितरित, 10 इनामों का हक़दार होगा मध्यप्रदेश

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भोपाल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप एस. पुरी 20 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के पुरस्कार वितरित करेंगे। इसमें मध्यप्रदेश को 10 पुरस्कार मिलेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ.पी.एस. भदौरिया भी शामिल होंगे।

भारत सरकार द्वारा दी गई सूचना के अनुसार स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में यह पुरस्कार नगरपालिक निगम इंदौर, जबलपुर, बुरहानपुर, रतलाम, उज्जैन, नगरपालिका परिषद सिहोरा जिला जबलपुर, नगरपालिक निगम भोपाल, नगर परिषद शाहगंज जिला सीहोर, नगर परिषद कांटाफोड़ जिला देवास और छावनी परिषद महू कैंट को मिलेगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण में नगरपालिक निगम इंदौर को लगातार 3 वर्षों से देश के “स्वच्छतम् शहर” का स्थान प्राप्त है। इस बार भी स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में इंदौर का प्रदर्शन देश के 4242 शहरों के बीच उत्कृष्ट रहना संभावित है।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के अंतर्गत देश के 4242 शहरों ने भागीदारी की थी, जिसमें शहरों को साफ-सफाई से आगे स्वच्छता को संस्थागत स्वरूप देना और नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता को प्रमुखता से शामिल किया गया था। इस सर्वेक्षण के प्रमुख घटक अपशिष्ट संग्रहण, परिवहन
एवं प्र-संस्करण, संवहनीय स्वच्छता, नागरिकों की सहभागिता और नवाचार आदि थे। इन घटकों में कुल 6000 अंकों के आधार पर भारत सरकार द्वारा अधिकृत स्वतंत्र संस्था द्वारा मैदानी मूल्यांकन तथा जनता के फीडबैक के आधार पर अंतिम परिणाम प्रकाशित किये गये हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के घटकों में मध्यप्रदेश के 378 शहरों ने अपना बेहतर प्रदर्शन किया। इसमें शहरों में स्वच्छता, साफ-सफाई, आधारभूत संरचनाओं का निर्माण तथा उनका प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन और शहरों की स्वच्छता बनाये रखने में नागरिकों का सहयोग प्राप्त करने के प्रयास प्रमुखता से किये गये। इन्हीं प्रयासों के परिणाम स्वरूप खुले में शौच से मुक्त राज्य का गौरव प्राप्त किया और हमारे 234 शहर ओडीएफ+ और 107 शहर ओडीएफ++ के परीक्षण में सफल हुए हैं। इसी क्रम में कचरा मुक्त शहर के मूल्यांकन में राज्य के 18 निकाय स्टार रेटिंग प्राप्त करने में सफल रहे हैं, जो देश में सर्वाधिक शहरों के मामलों में द्वितीय स्थान है। साथ ही उल्लेखनीय है कि विगत तीन सर्वेक्षणों में भी मध्यप्रदेश के 20 शहर देश के सर्वश्रेष्ठ 100 शहरों में रहे हैं।