देश में चुनावी माहौल के बीच एक शब्द खूब चर्चा में है, इलेक्टोरल बॉन्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अब इस पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। तमिलनाडु के न्यूज चैनल थांथी टीवी के इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले भी चुनाव पर खर्च होता था। उस समय इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि कौन सा पैसा कहां से आया और किसने खर्च किया। सिस्टम में कमियां हो सकती हैं। कोई भी सिस्टम परफेक्ट नहीं होता। कमियों को सुधारा जा सकता है।
‘चुनावी बॉन्ड डेटा सार्वजनिक होने से पार्टी को झटका लगा है?’
प्रधानमंत्री ने ये बातें तब कहीं जब इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या चुनावी बॉन्ड डेटा सार्वजनिक होने से पार्टी को झटका लगा है? बता दें कि बीतें दिन यानी रविवार को बीजेपी पार्टी ने यह इंटरव्यू यूट्यूब चैनल पर जारी किया है। पीएम ने आगे कहा कि मोदी ने चुनावी बांड योजना बनाई तो पता चल जाएगा कि किसने, कब, किसे पैसा दिया। जो लोग डेटा सार्वजनिक होने पर शोर मचा रहे हैं, उन्हें बाद में पछताना पड़ेगा।
‘ED और CBI को स्वतंत्र रूप से काम करना होगा’
ED और CBI पर पूछे गए सवाल पर पीएम ने कहा कि ईडी और सीबीआई को स्वतंत्र रूप से काम करना होगा और कोर्ट के फैसले में स्वतंत्र दिखना होगा। ईडी के पास फिलहाल 7 हजार केस हैं। उसमें से राजनेताओं से जुड़े मामले 3 फीसदी से भी कम हैं। फिलहाल नोटों के ढेर लग रहे हैं। वॉशिंग मशीन में भी नोट मिले। घरों के पानी के पाइपों में नोटों के बंडल पाए गए। कांग्रेस सांसद के घर और बंगाल के मंत्रियों के घर से नोटों के ढेर मिले हैं। देश की जनता ये सब बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं है।