इंदौर: इंदौर द्वारा वॉटर प्लस सीटी के लिये किये गये कार्यो के संबंध में आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मान.श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में इंदौर के वॉटर प्लस सीटी घोषित होने पर इंदौर द्वारा किये गये कार्यो की प्रशंसा करते हुए, कहा कि अब इंदौर के लोग स्वच्छ भारत की रैकिंग से संतोष होकर बैठना नही चाहते है, आगे बढकर कुछ नया करना चाहते है, उन्होने मन में ठान ली है कि इंदौर को वॉटर प्लस सीटी बनाये रखने के लिये जी जान से जुटे है।
वॉटर प्लस सीटी यानि जहां बिना ट्रीटमेंट के कोई भी सीवरेज किसी भी सार्वजनिक जल स्त्रोत में नही डाला जाता है, नागरिको ने खुद आगे आकर अपने घर से निकलने वाले सीवरेज को सीवरेज लाईनों में जोडा है, जिससे की इंदौर की कान्ह-सरस्वती नदी में गिरने वालेा गंदा पानी कम हुआ है और सुधार आने लगा है। हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है हमें यह याद रखना है कि स्वच्छ भारत अभियान के संकल्प को हमें कभी भी मंद नही पडने देना है। हमारे देश में जितने ज्यादा शहर वॉटर प्लस सीटी होगे उतने ही स्वच्छता बढेगी और हमारी नदियां भी साफ होगी, और पानी बचाने की एक मानवीय जिम्मेदारी निभाने के संस्कार भी होगे।
आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया कि शहर के लगभग 7 हजार से अधिक नागरिको द्वारा उनके घरो से निकलने वाले सीवरेज के पानी को अपने स्वंय के खर्च से नदी-नालो में गिरने वाले आउटफॉल को टेªप कर उसे सीवरेज की मेन लाईन से कनेक्ट किया है। इंदौर ने वॉटर प्लस सर्वे के मापदंडो के तहत शहर के नदी-नाले में गिरने वाले ब्लेक व ग्रेट वॉटर को ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाकर शहर के 10 एसटीपी प्लांट में उस पानी को ट्रीट करते हुए, 30 प्रतिशत ट्रीटेंट वॉटर को रियूज किया है और इस पानी का शहर के उद्यानो, फव्वारे, शौचालय की सफाई में उपयोग किया है, साथ ही कबीटखेडी क्षेत्र के किसानो को भी खेती के लिये रियूज पानी उपलब्ध कराया है। मान. प्रधानमंत्री जी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में इंदौर के वॉटर प्लस कार्य की सराहना कि यह इंदौर के समस्त नागरिको, जनप्रतिनिधियो, मिडिया, विभिन्न संगठनो व निगमकर्मियों के लिये गौरव का विषय है।