नई दिल्ली। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ‘नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल’ और ‘भारतीय निर्देशक द्रव्य’ राष्ट्र को समर्पित किया। आपको बता दे कि, नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल भारतीय मानक समय 2.8 नैनो सेकंड की सटीकता के साथ देता है। भारतीय निर्देशक द्रव्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशालाओं में जांच और मापांकन में सहयोग कर रहा है।
वही कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल के जरिए भारत अब सेकंड के अरबवें हिस्से को मापने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि, CSIR-NPL भारत का ‘टाइम कीपर’ है यानी भारत के समय की देखरेख और व्यवस्था आपके ही जिम्मे है। जब समय की जिम्मेदारी आपकी है तो समय का बदलाव भी आप से ही शुरू होगा। नए समय का, नए भविष्य का निर्माण भी आप से ही दिशा पाएगा।
साथ ही पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘आज जब देश ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है तो हमें याद रखना है कि इसका लक्ष्य क्वांटिटी भी है लेकिन साथ-साथ क्वालिट भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। हमें दुनिया को केवल भारतीय उत्पादों से भरना नहीं है, हमें भारतीय उत्पादों को खरीदने वाले हर ग्राहक का दिल भी जीतना है। हमारा देश दशकों से क्वालिटी और मापने के लिए विदेशी स्टैंडर्ड पर निर्भर रहा है लेकिन इस दशक में भारत को अपने स्टैंडर्ड को नई ऊंचाई देनी होगी। इस दशक में भारत की गति, प्रगति, उत्थान, छवि, सामर्थ्य, हमारी क्षमता का निर्माण हमारे स्टैंडर्ड से ही तय होंगे।’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ‘हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर हो में या प्राइवेट। प्रोटक्ट्स की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या प्राइवेट। हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी बढ़े। देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे। हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नई स्टैंडर्ड्स और न्यू बेंचमार्कस को गढ़ने की दिशा में आगे बढ़ना ही है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि, ‘आज भारत दुनिया के उन देशों में है जिनके पास अपने नेविगेशन सिस्टम है। आज इसी ओर एक और कदम बढ़ा है। आज जिस भारतीय निर्देशक का लोकार्पण किया गया है। ये हमारे उद्योग जगत को क्वालिटी प्रोडक्ट्स बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।आज का भारत पर्यावरण की दिशा में दुनिया का नेतृत्व करने की दिशा में बढ़ा रहा है। लेकिन एयर क्वालिटी और उत्सर्जन की मापने की तकनीक से लेकर टूल्स तक हम दूसरों पर निर्भर रहे हैं। आज इसमें भी आत्मनिर्भरता के लिए हमने बड़ा कदम उठाया है।’