नई दिल्ली। देशभर में सरकार के द्वारा लाए गए किसान बिल पर विरोध उभर चुका है। जहां एक ओर इस बिल के खिलाफ विपक्ष धरने पर बैठ चुका है। तो वहीं इस पर किसान भी अपनी गुस्सा लिए सड़कों पर उतर आए हैं। इसी बीच आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों से प्रदर्शन ना करने की बात कही।
दरअसल पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट काल में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोगों की सेवा की, कुछ कोरोना से संक्रमित हुए और कुछ की जान भी चली गई। पीएम मोदी ने किसान बिल को लेकर विपक्ष को भी निशाने पर लिया।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों में हमारी सरकार ने युवा और किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। पीएम बोले कि लोगों के जीवन में सरकार जितना कम दखल देगी, उतना बेहतर होगा। आजादी के कई साल बाद तक किसानों के नाम पर कई नारे लगे, लेकिन उनके नारे खोखले थे।
बिल के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कृषि बिल से छोटे किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा। किसान की मर्जी है कि वो कहीं पर भी फसल बेचे, जहां पर किसान को अधिक दाम मिलेगा वो वहां बेच सकेगा। इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से भी निवेदन किया कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं को आसान भाषा में किसानों को समझाना होगा।