नई दिल्ली : आज देशभर में कोरोना महामारी को हारने के लिए मिली मंजूरी को लेकर बहुत ही ख़ुशी का माहौल है। जी हां! दरअसल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी डीसीजीआई (DCGI) वीजी सोमानी ने दो स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आज रविवार को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ डीसीजीआई ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ‘कोविशिल्ड’ और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ को एक साथ मंजूरी दी गयी है। इसके साथ ही भारत दुनिया का पहला ऐसा देश हो गया है, जिसने एक साथ दो वैक्सीन को मंजूरी दी है।
दोनों स्वदेशी वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीट कर भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी। साथ ही चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, वैज्ञानिकों, पुलिसकर्मियों और स्वच्छताकर्मियों समेत कोरोना योद्धाओं के प्रति आभार जताया।
वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में एक निर्णायक क्षण!
@SerumInstIndia और @BharatBiotech की वैक्सीन को DCGI की मंजूरी से एक स्वस्थ और कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा।इस मुहिम में जी-जान से जुटे वैज्ञानिकों-इनोवेटर्स को शुभकामनाएं और देशवासियों को बधाई।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
पीएम ने कहा कि ”एक उत्साही लड़ाई को मजबूत करने के लिए एक निर्णायक मोड़! डीसीजीआई ने भारत के सीरम संस्थान और भारत बायोटेक के टीकों को स्वीकृति प्रदान करते हुए स्वस्थ और कोविड मुक्त देश के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। भारत को बधाई. हमारे मेहनती वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तनकर्ताओं को बधाई।”
इतना ही नहीं पीएम ने कहा कि ”हर भारतीय को गर्व होगा कि जिन दो वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गयी है, वे भारत में बने हैं! हमारे वैज्ञानिकों की उत्सुकता दर्शाती है कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के मूल में देखभाल और करुणा है।”
यह गर्व की बात है कि जिन दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है, वे दोनों मेड इन इंडिया हैं। यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय की इच्छाशक्ति को दर्शाता है। वह आत्मनिर्भर भारत, जिसका आधार है- सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि ”हम चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, वैज्ञानिकों, पुलिस कर्मियों, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और सभी कोरोना योद्धाओं के उत्कृष्ट कार्यों के लिए अपना आभार दोहराते हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में लोगों की जान बचाने के लिए सदा आभारी रहेंगे।”