श्योपुर। जन्मदिन के अवसर पर भारत के सबसे ज्यादा कुपोषित जिले श्योपुर में आ रहे प्रधानमंत्री के दौरे से आशा है कि वह चीतों का स्वागत करने के साथ साथ भारत का इथोपिया कहलाने वाले अत्यंत कुपोषित श्योपुर जिले की मुख्य समस्या महिलाओं और बच्चों के कुपोषण का भी निदान करेंगे।
कुपोषण के मामले में विख्यात आदिवासी बाहुल्य इलाका श्योपुर पोषण आहार घोटाले भ्रष्ट्राचार में भी शीर्ष पर है। भ्रष्ट्राचार के कारण ही हर वर्ष कई मासूम बच्चों की मौत हो जाती है 21000 बच्चे कुपोषित ओर 5000 बच्चे अतिकुपोषित वाले जिले में कोई भी बड़ा उद्योग एवं रोजगार के साधन नही है इसके कारण बड़ी संख्या में युवा जिले ओर प्रदेश से बाहर जाने को मजबूर है।
रोजगार और उद्योग व्यवस्था करना सरकार की प्राथमिकता होना चाहिए ओर कुपोषण से जिले को उबारने के लिए पोषण आहार में व्याप्त भ्रष्ट्राचार को रोकना अत्यंत आवश्यक होना चाहिए पर यहां प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए चीतों का स्वागत किया जा रहा है।
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आप प्रदेश प्रवक्ता हेमंत जोशी ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से भ्रष्ट्राचार को खत्म करने का संकल्प लेने वाले प्रधानमंत्री जिले की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्ट्राचार पर ध्यान देंगे और प्रदेश के चर्चित पोषण आहार घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को सजा देंगे।