pitra dosh : घर में उत्पन्न पितृ दोष का इस तरह करें निवारण, जानें किस दिशा में लगाए अपने पूर्वजों की तस्वीर, बरसेगा पितरों का आशीर्वाद

Share on:

Pitru Paksha 2023: भादों मास में शीघ्र ही ​श्री गणेश के जन्मोत्सव का प्रारंभ होने जा रहा हैं। फिर इसके पश्चात आगाज होगा रूठे पितरों को मनाने का अर्थात आरम्भ होगा पितृ पक्ष। वहीं ऐसे में सभी लोग अपने पूर्वजों की शांति के लिए तर्पण और पिंड दान करेंगे। वहीं इसी के साथ अपने पूर्वजों की तिथियों के मुताबिक श्राद्ध पक्ष का आरंभ जल्द ही होने वाला हैं। इसी के साथ लोग घरों में अपने बड़े बुजुर्गों की तस्वीरें भी घर की दीवारों पर लगाते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि अपने घर की दीवारों पर पितरों की तस्वीरें लगाने की उचित दिशा क्या है। साथ ही किस दिशा में पितरों की तस्वीरें लगाने से आपको परम फल मिल सकता हैं और वहीं किस दिशा में तस्वीर लगाने से पितृ खुश होकर आपको आशीष प्रदान करते हैं।

इन दिशाओं में न लगाएं तस्वीरें

वहीं जब भी घर में अपने पूर्वजों की फोटो लगाएं उसके लिए सदैव दक्षिण डायरेक्शन में ही लगाएं। वहीं नियमित अपनी भूल के लिए क्षमा प्रार्थना करें। वहीं वास्तु के हिसाब से अगर घर की प्रत्येक चीज को एक उचित डायरेक्शन में रखा जाए तो इसके शुभ फल मिलते हैं। इसी के साथ पितरों की तस्वीरों को बेडरूम, रसोईघर और पूजा घर में लगाना निषेध माना गया है। ऐसा करने से आपको अपने पितर का क्रोध झेलना पड़ सकता है। यदि आप ऐसी भूल करते हैं तो आपको अपने पूरे जीवन में पछताना पड़ सकता हैं, और आप पर भयंकर पितृ दोष लग सकता हैं।

बताइए आखिर क्यों लगता है पितृ दोष

  1. यदि आपके घर परिवार में पूर्वजों की मृत्यु के बाद उनका पूरी विधि विधान से अंतिम संस्कार न किया गया हो तो इस स्थिति में पितृ दोष लग सकता है।
  2. वहीं यदि किसी की अनिश्चित ही मौत हो जाए तो इस हालत में भी लोगों को कई सदियों, कई पीडियोंपीढ़ियों तक पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष विद्वानों की मानें तो पितृ दोष को कदापि अच्छा नहीं माना जाता हैं।

     

  3. यदि मनुष्य अपने मातृ-पितृ का अपमान करता है। वहीं मृत्यु के बाद भी परिजनों का पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध आदि नहीं करता है तो ऐसे में भयंकर पितृ दोष लगता है।

पितृ दोष को दूर करने के उपाय

  • वहीं यदि आपको ऐसा अनुभव होता है कि आपके घर में पितृ दोष उत्पन्न है, तो ऐसे हालात में आपको अपने पितरों के नाम से तर्पण और श्राद्ध करना चाहिए। साथ ही ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद को दान दक्षिणा अवश्य ही देना चाहिए।

     

  • वहीं नियमित दोपहर में पीपल के पेड़ की पूजा, गंगाजल में काले तिल, दूध, अक्षत और पुष्प को जल में मिलाकर वृक्ष पर अर्पित करना चाहिए।

     

  • पितृ पक्ष में नियमित घर में सायंकाल के वक़्त दक्षिण दिशा में तेल का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए।

     

  • ऐसा आप नियमित भी कर सकते हैं। जिससे आपके घर में उत्पन्न पितृ दोष समाप्त हो जाता है।

     

  • आगे आपको बता दें कि किसी निर्धन, गरीब या भिकारी व्यक्ति को या किसी असहाय कुंवारी कन्या को शादी में सहायता करने से भी आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न होते हैं, एवं घर में मौजूद पितृ दोष समाप्त होने लगता है।