जैन समाज के तीर्थराज – सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित किए जाने से जैन समाज दिखा आक्रोशित

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इंदौर। जैन समाज के सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थ राज सम्मेद शिखरजी को झारखंड सरकार व केंद्र सरकार द्वारा पर्यटक स्थल घोषित किए जाने को लेकर स्मपूर्ण भारत वर्ष में समग्र जैन समाज आंदोलित हो उठा हे। विश्व जैन संगठन के आव्हान पर देश भर में जैन समाज आंदोलित हे। उक्त जानकारी देते हुए दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद के अध्यक्ष नरेंद्र वेद, नकुल पाटोदी व प्रवक्ता मनीष अजमेरा ने बताया कि विश्व जैन संगठन द्वारा सरकार के फैसले के विरोध में 11 दिसंबर रविवार को समग्र जैन समाज का जुलूस निकालने की घोषणा का सामाजिक संसद ने समर्थन दिया हे। 11 दिसंबर को प्रात 10 बजे राजवाड़ा से समग्र जैन समाज एकत्रित हो कर जुलूस के रूप में गांधी प्रतिमा पहुंचेगा जंहा ज्ञापन सोपा जाएगा।

अजमेरा ने बताया की बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सांसद हाजी फजलुर रहमान द्वारा लोकसभा में शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने के फैसले का विरोध दर्ज कराते हुए देश भर में आंदोलित जैन समाज की आवाज को लोकसभा में उठाने पर दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद द्वारा सांसद महोदय का आभार व्यक्त किया गया। इस संदर्भ में अजमेरा ने सांसद को व्यक्तिगत रूप से उनके व्हाट्सएप पर आभार संदेश प्रेषित किया साथ ही प्रधानमंत्री, झारखंड मुख्यमंत्री को ट्वीट कर सरकार के फैसले का विरोध दर्ज कराया हे।

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पिंकेश टोंग्या , संजय जैन व वीरेंद्र बड़जात्या , राजेश जैन ने कहा की जिस पर्वत की रज रज में भगवान बसे है, जहां से कोड़ा कोड़ी मुनि मोक्ष गए है। ऐसी पवित्र भूमि पर खाना पीना निषेध माना जाता है , तप और त्याग की भूमि पर सरकार पर्यटक स्थल घोषित कर धर्म , संस्कृति और पहाड़ पर मौजूद जंगल को खत्म करना चाहती है। समग्र जैन समाज आक्रोशित है। सरकार को तुरंत ये फैसला वापस लेना चाहिए।