कोरोना की चपेट में आने के बाद लोग शारीरिक के साथ-साथ अब मनोरोगी भी हो रहे हैं. इनमें कुछ की हालत इतनी गंभीर हो गई है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना लोगों के सिर को भी प्रभावित कर रहा है. यही कारण है कि ठीक होने के बाद भी वे मनोरोग से परेशान हो रहे हैं.
दिल्ली के मानव व्यवहार व संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) के निदेशक डॉक्टर निमीष देसाई ने बताया कि पोस्ट कोविड परेशानियों में अब मनोरोग भी एक बड़ी समस्या बन गई है. उनके यहां रोजाना औसतन 600 से 700 मरीजों को ओपीडी में देखा जा रहा है. इनमें से करीब 50 रोगी ऐसे आ रहे हैं जो कोरोना से संक्रमित हुए थे और अब वह मानसिक समस्याओं से पीड़ित है.
मरीज को नींद न आना, घबराहट, चिंता, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (एक ही काम को बार-बार दोहराना) तनाव और घबराहट आदि लक्षण हो रहे है. इनमें से कई रोगियों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. यह एक चिंता का विषय है.