लोग सफलता देखते है, संघर्ष नही- आनंद कुमार दृढ़ निश्चय सफलता का मंत्र है- रविन्द्र कुमार

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संस्था सार्थक द्वारा आयोजित वेबीनार जिसका विषय “जहाँ चाह- वहाँ रहा” इस विषय पर मुख्य वक्ता के रुप में सुपर 30 पटना के संस्थापक आनंद कुमार , जिनके जीवन पर आधारित एवं ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म सुपर 30 ने आज सफलतम एक वर्ष पूर्ण किया है। अन्य मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं पर्वतारोही रविंद्र कुमार थे। जो देश के पहले आईएएस अधिकारी हैं, जिन्‍होंने माउंट एवरेस्‍ट फतह किया है। वर्ष 2013 में ही वह पहले प्रयास में एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ गए थे। गंगा जल लेकर वह चोटी पर पहुंचे। वहां उन्होंने गंगा जल चढ़ाया और गंगा की सफाई का संदेश दिया। इन दोनों वक्ताओं ने वेबीनार के माध्यम से अपने संघर्ष की कहानी को सैकड़ों युवाओं के साथ साझा किया।
वेबिनार को संबोधित करते हुए रविन्द्र कुमार ने कहा की जब कुछ कर दिखाने के लिए इरादे बुलंद हों, तो विपरीत परिस्थितियों में भी राहें बनने लगती हैं।  दृढ़ निश्चय आपको मुकाम तक ले जाएगा।
उनका कहना है कि कुछ भी दुनिया में असंभव नहीं है. इसलिए बचपन से उन्होंने बहुत तप किया. सकारात्मक सोच को हमेशा आगे रखा. यही उनकी सफलता का कारण बना। सकारात्मक सोच के साथ मन की स्थिरता से आप अपनी ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।  जीवन के हर कदम पर विश्वास के साथ आगे बढ़े , सपने देखना और निरंतर प्रयास करते रहेंगे तो सफलता सफल जरूर मिलेगी,

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा कि हमारे सकारात्मक विचार और हमारी अथक मेहनत ही हमें आगे बढ़ने में सहायक बनेगी , जीवन में धैर्य को खोना नहीं क्योंकि रात जितनी गहरी होगी सवेरे के आप इतने करीब होंगे।
किसी भी उपलब्धि के लिए सोचना प्रारंभ कीजिए उस सोच को सपने में परिवर्तित कीजिए और सपने को हकीकत में बदलिए, क्योंकि लोग सफलता देखते हैं संघर्ष की कहानी नहीं। जीवन में बिना समस्या ओर संघर्ष के आप सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं ।इसलिए घबराना नहीं थकना नहीं और नकारात्मकता को अपने पास भटकने भी नही देना और निरंतर प्रयास करते रहना सफलता अवश्य मिलेगी। जीवन मे एक बार सोच लिया तो कुछ भी असंभव नहीं है,  हम सभी में प्रतिभा है ,आप और हम जो सोचेंगे उसे जरूर प्राप्त कर लेंगे इस दृढ़ निश्चय के साथ जीवन में आगे बढ़ो।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि परिचय एवं स्वागत उद्बोधन संस्था के अध्यक्ष दीपक जैन (टीनू) ने दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन सुमित फाउंडेशन की प्रमुख मोना पुरी ने किया कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तरी का सत्र भी हुआ।