इंदौर 6 फरवरी, 2021: रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटर से मीटर रीडिंग त्रुटिरहित आती है। साथ ही उपभोक्ताओं को मीटर लगाने के लिए एक रूपया भी नहीं चुकाना पड़ा है। इंदौर जैसे शहर में ही हर माह औसतन 67 हजार बिजली उपभोक्ताओं की रीडिंग 150 यूनिट से कम आने पर पहले 100 यूनिट तक एक रूपए यूनिट की दर से बिजली प्रदाय की जा रही है। अब उज्जैन, रतलाम एवं महू में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि इंदौर में 1.20 लाख स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक कार्य कर रहे है। अभी तक मीटर लगाने या तकनीकी खराबी के कारण एक भी उपभोक्ता से राशि नहीं ली गई है। वहीं अब तक पावर फैक्टर रीड करने पर उपभोक्ताओं को 1.80 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। तोमर ने बताया कि इंदौर शहर में अक्टूबर में 61 हजार 736, नवंबर में 62 हजार 325 और दिसंबर 2020 में 77 हजार 775 उपभोक्ताओं की रीडिंग 150 यूनिट प्रतिमाह से कम आई।
इस तरह औसतन हर माह 67 हजार उपभोक्ताओं को राज्य शासन की मदद वाली एक रूपए में एक यूनिट बिजली पहले 100 यूनिट तक योजना से लाभान्वित किया गया है। इस योजना में पात्र उपभोक्ताओं को पहले 100 यूनिट तक बिल मात्र 100 का दिया जाता है। इसके बाद अगले 50 यूनिट तक की बिल राशि स्लेब के आधार पर ली जाती है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि स्मार्ट मीटर केंद्र व राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है।
यह डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया में तेजी के लिए भी नायाब तोहफा है। इससे उपभोक्ताओं को कई तरह के फायदे हो रहे है। ये मीटर बिजली बंद होने की सूचना भी कंट्रोल रूम दे देते है। साथ ही इन मीटरों की रीडिंग ऊर्जस एप पर भी देखी जा सकती है, घर बंद होने पर भी आंकलित खपत के बिल की नौबत नहीं आती है।
योजना से लाभान्वित उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाएं
दुर्गा कॉलोनी में रहने वाले संतोष भार्गव का कहना है कि मेरे घर डेढ़ साल से स्मार्ट मीटर लगा हुआ है। हर माह 200 या 300 रूपये का बिल आता है। उन्हें एक रूपए यूनिट की योजना का लाभ भी मिल रहा है।इसी तरह का कहना शुभम परिसर रतलाम में रहने वाले शैलेन्द्र सिंह सोनगरा का भी है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर के बाद आटोमेटेड रीडिंग हो रही है। बिल भी व्यवस्थित मिल रहे है। मुझे भी एक रूपए यूनिट में बिजली योजना का लाभ मिला है।