जम्मू-कश्मीर : पिछले 14 माह से नज़रबंद जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को आज रिहा कर दिया गया है. उनकी हिरासत समाप्त होने के संबंध में जानकारी जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल द्वारा प्रदान की गई. बता दें कि वे अगस्त 2019 से नज़रबंद थी. भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त 2019 जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद से ही महबूबा नज़र बंद थी.
महबूबा के रिहा होने के मौके पर उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने खुशी जताई है और उनकी बेटी ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है. इस ट्वीट को इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां महबूबा के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, अब महबूबा मुफ्ती की गैरकानूनी हिरासत खत्म हो गई है तो मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने इस मुश्किल समय में मेरा साथ दिया.
बता दें कि कुछ समय पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम की रिहाई के लिए सर्वोच्च न्यायलय का दरवाजा भी खटखटाया गया था. कुछ समय पहले इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हुई थी. जानकारी के मुताबिक़, महबूबा की बेटी ने यह याचिका दायर की थी. इस पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बीते माह 29 तारीख को सुनवाई की गई थी. इस दौरान अदालात ने कहा था कि, किसी को हमेशा हिरासत में नहीं रखा जा सकता. कोई दूसरा रास्ता खोजना होगा. साथ ही अदालत ने इल्तिजा और उनके भाई को अपनी मां से मिलने की अनुमति भी प्रदान की थी.
कई नेता हुए थे नज़रबंद…
ऐसा नहीं है कि केवल महबूबा मुफ्ती को ही नज़रबंद किया गया था. महबूबा के साथ ही भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधान समाप्त किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित राज्य के कई जाने-माने नेताओं को हिरासत में लिया गया था. बता दें कि ये सभी नेता अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में थे.