Paris Olympics 2024: क्या है मनु भाकर के टैटू का राज? इससे उन्हें पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने की मिली प्रेरणा

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Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पहला मेडल जीतने वाली मनु भाकर की हर तरफ चर्चा हो रही है. 28 जुलाई को उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. वह ओलंपिक में निशानेबाजी में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला बनीं। जीत के बाद मनु भाकर ने खुद कहा कि वह भगवद गीता से बहुत प्रेरित थीं और इसकी मदद से वह भारत के लिए पहला पदक जीतने में सफल रहीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस ऐतिहासिक सफलता में एक टैटू ने भी अहम भूमिका निभाई है। मनु भाकर ने अपने शरीर पर एक टैटू बनवाया, जिसने उन्हें ओलंपिक में पदक जीतने के लिए प्रेरित किया।

पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पहला मेडल जीतने वाली मनु भाकर की हर तरफ चर्चा हो रही है. 28 जुलाई को उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. वह ओलंपिक में निशानेबाजी में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला बनीं। जीत के बाद मनु भाकर ने खुद कहा कि वह भगवद गीता से बहुत प्रेरित थीं और इसकी मदद से वह भारत के लिए पहला पदक जीतने में सफल रहीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस ऐतिहासिक सफलता में एक टैटू ने भी अहम भूमिका निभाई है। मनु भाकर ने अपने शरीर पर एक टैटू बनवाया, जिसने उन्हें ओलंपिक में पदक जीतने के लिए प्रेरित किया।

एक अमेरिकी कवि से प्रेरित..

‘स्टिल आई राइज’ का यह टैटू उन्होंने एक मशहूर कवयित्री की कविता से प्रेरित होकर बनवाया था। कवयित्री का नाम माया एंजेलो है, जो एक प्रसिद्ध अमेरिकी लेखिका, गायिका और सामाजिक कार्यकर्ता थीं। उन्होंने ‘स्टिल आई राइज’ शीर्षक से एक कविता लिखी, जो वर्ष 1978 में प्रकाशित हुई थी। जो लोग कठिनाइयों से घिरे हुए हैं और उनके मन में निराशा के अलावा कुछ नहीं है, यह कविता उन्हें कठिनाइयों से उबरने और फिर से खड़े होने की प्रेरणा देती है। इस कविता ने मनु भाकर को टोक्यो ओलंपिक में हार के बाद फिर से जीतने के लिए प्रेरित किया।