इन्फोसिस जैसी देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी को खड़ा करने वाले नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति इन दिनों चर्चाओं का विषय बानी हुई है. जी हां, आपको बता दे कि देश की जानी-मानी राइटर सुधा मूर्ति भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने लेख के जरिये एक अलग पहचान बना चुकी है.इसी कड़ी में हाल ही में एक उनसे जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसके मुताबिक सुधा मूर्ति ने बीते साल ‘ग्रांडपेरेंट्स बैग ऑफ स्टोरीज’ नाम की एक कहानियों वाली किताब लिखी थी. इस किताब को पैंग्विन पब्लिकेशन ने छापा था. इस किताब को अब आप एनिमेटेड वीडियोज के माध्यम से भी देख पाएंगे. जिसके अंतर्गत इन कहानियों में सुधा मूर्ति का भी एक एनिमेटेड किरदार रखा जाएगा. जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. बताया जा रहा है कि बीते 31 अक्टूबर को एक शोकेस भी शुरू कर दिया गया है.
दामाद ऋषि सुनक है ब्रिटेन के प्रधानमंत्री
गौरतलब है कि सुधा मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं. सुधा मूर्ति को भारत सरकार ने साल 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्मभूषण के सम्मान से सम्मानित किया था. बच्चों के लिए सुधा मूर्ति की कहानियां काफी चर्चित रहती हैं, जो बच्चे अक्सर पढ़ने के लिए तैयार रहते है.
पांच भाषाओं में बनेगी कहानियां
देश की प्रसिद्द राइटर सुधा मूर्ति के इस शोकेस में 52 कहानियां जो बच्चों के मनोरंजन के साथ उन्हें जिंदगी की गहरी सीख भी देती हैं. एनिमेटेड फॉर्म में लाई जा रही ये कहानियां बच्चों के लिए 5 भारतीय भाषाओं में बनेगी. इन भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी, कन्नड़, तमिल और तेलुगु जैसी भाषाएं शामिल हैं. सुधा मूर्ति ने द हिंदु से बात करते हुए बताया, ‘मैंने कहानियों को किताब पर लिख दिया है. अब मेरा काम यहां से खत्म हो गया है. इसके बाद वीडियो बनाने की पूरी जिम्मेदारी मेरी बहु अपर्णा कृष्णन ने संभाली है. इसके पीछे पूरा दिमाग उनका ही है.’
इन कहानियों पर बहु अपर्णा कर रही काम
मिली जानकारी के अनुसार सुधा मूर्ति की इन कहानियों को मजबूती देने में उनकी बहु अपर्णा भी पीछे नहीं है. बातचीत के दौरान बहु अपर्णा ने इनशियेटिव पर कहा, ‘लोगों ने सुधा मूर्ति की कहानियों को खूब प्यार दिया. इसके बाद हमारे दिमाग में ये आइडिया आया कि इस तरह के कंटेंट को और भी बड़ी रेंज में बच्चों तक पहुंचाया जा सकता है. हालांकि बच्चों के लिए कंटेंट की कोई कमी नहीं है, लेकिन ये कहानियां ना केवल बच्चों का मनोरंजन करेंगी, बल्कि उन्हें जिंदगी की गहरी सीख भी देंगी.
अपर्ण बताती हैं कि हमने इस पर 2 साल मेहनत की है और इन कहानियों को हम शहर के साथ साथ गांव-गांव तक पहुंचाना चाहते हैं.इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इन कहानियों के किरदार एनिमेटेड रहेंगे. जिससे बच्चों का मनोरंजन भी होगा और उन्हें सीखने का भी मौका मिलेगा. इन कहानियों में सुधा अम्मा के नाम से सुधा का किरदार भी रहेगा. ये एनिमेटेड किरदार बच्चों को खूब पसंद आने वाला है.’