एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया और विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें ईएएम एस जयशंकर के हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए कहा गया कि स्थानीय लोग किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक छात्र उनके पास पहुंचा और कहा कि तनावपूर्ण स्थिति के कारण उसने पांच दिनों से खाना नहीं खाया है।
किर्गिस्तान में एक भारतीय छा़त्र का विडियों भी प्रसारित किया गया था, जो कथित तोर पर किसी वाणिज्य दूतावास को फोन करके निकासी प्रक्रिया के बारे में तलाशने कि कोशिश कर रहा था। छात्र की इस प्रकिया में यह सूना गया कि भारतीय छात्रों को निकाला जायेगा, इस प्रकार कि मिली खबर से अधिकारियों ने अपनी बात को साझा किया कि छात्र को इसकी सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। छात्र का कहना है कि वह किसी प्रकार कि उड़ान भरते है तो क्या उन्हें सुरक्षा दी जायेगी।
विदेशी मामलों को लेकर किर्गिज़ छात्रों और विदेशी छात्रों के बिच में 13 मई को भारतीय छात्रों का किर्गिस्तान में एक तनाव का माहौल बना हुआ है। लेकिन यहां के स्थानिय लोगों ने लड़ाई को विदेश के छात्रों से जोड़ा है, कथित तौर पर भारत, पाकिस्तान, मिस्र के आतिथ्य के उल्लंघन के रूप में देखा गया और इस खबर को लेकर कई किर्गिज नागरिक सड़क पर उतरे और भारत पाकिस्तान के छात्रों के खिलाफ भिड़ गये। इस हिंसा मे किसी भी भारतीय नागरीक को किसी प्रकार घायल होने की कोई जानकारी नहीं मिली है।
इस भयभित घटना को लेकर भारतीय प्रशासन ने इस हिंसा को शांत होने तक अपने घरों में रहने की अनुमति जाहिर की हैं। इस प्रकार के मामलों को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स, पर एक अलग पोस्ट में बताया कि वे बिश्केक में भारतीय छात्रों के कल्याण की निगरानी कर रहे है, फिलहाल यह स्थिति शातं बनी हुई है।