नई दिल्ली। संघ प्रमुख मोहन भागवत के नागपुर में दिये गए भाषण को लेकर लगभग सभी राजनितिक दलों ने काफी गहरे जवाब पेश किये है। जिसके चलते अब औवेसी ने भागवत के एक बयान- जिसमे भगवत ने कहा था कि, इससे देश के किसी मुसलमान को कोई खतरा नहीं है,पर अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी से किसे निशाने पर लिया जा रहा ,किसी से छिपा नहीं है।
औवेसी ने मोहन भागवत के बयान को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, बिहार में खासकरके सीमांचल में जिस तरह से मुसलमानों को प्रताड़ित किया गया,उससे उन्हें कष्ट पहुंचा है। उन्होंने आगे कहा कि, उस दिन क्यों चुप रहे जिस दिन सीमांचल के मुसलमानों को घुसपैठिये बताया जा रहा था। औवेसी ने कहा कि, मोदी सरकार को यह याद रखना चाहिये कि हमलोग तब तक विरोध करते रहेंगे जब तक इस कानून से धर्म के आधार पर भेदभाव किया जायेगा।
बता दे कि, आज विजयादशमी के अवसर पर मोहन भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है। जिसमें प्रमुख ने चीन से लेकर सीएए और कोरोना तक अपनी बात विस्तार रूप से रखी। साथ ही, भागवत ने सीमा विवाद में चीन को चुनौती देने पर भारतीय सेना की सराहना भी की।