एमवाय अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेज से जुड़े अन्य अस्पतालों का होगा जीर्णोद्धार, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के होंगे कार्य

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इंदौर। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एमवाय अस्पताल सहित इससे जुड़े अन्य अस्पतालों के जीर्णोद्धार, विस्तार, विकास एवं इन्हें अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए मास्टर प्लान बनाया जाएगा। एमवाय अस्पताल में 100 बेड का नया ट्रामा सेंटर भी बनाया जाएगा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नई सेवाएं जोड़ी जाएंगी। एमवाय अस्पताल के विभिन्न विभागों की बेड संख्या भी बढ़ाई जाएगी। जरूरत के मान से नए भवन भी बनाए जाएंगे। कैंसर अस्पताल को विस्तारित किया जाएगा।

यह जानकारी आज यहां उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल की अध्यक्षता में संपन्न हुई महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर की स्वशासी संस्था की सामान्य परिषद की बैठक में दी गई। बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री महेंद्र हार्डिया और श्री गोलू शुक्ला, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री विवेक पोरवाल, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री तरुण कुमार पिथोड़े, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. पंकज जैन, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कॉलेज की शैक्षणिक व्यवस्था, कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या और उन्हें उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। बताया गया कि महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से एमवाय अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कैंसर हॉस्पिटल, एमटीएच अस्पताल, क्षय रोग निदान अस्पताल सहित अन्य अस्पताल जुड़े हुए हैं। बताया गया कि अकेले एमवाय अस्पताल में ही प्रतिदिन लगभग 4 हजार मरीज ओपीडी में आते हैं और 1500 मरीज प्रतिदिन आईपीडी में रहते हैं। श्री शुक्ल ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से चर्चा एवं सुझाव के आधार पर जरूरत को देखते हुए एमवाय अस्पताल और इससे जुड़े हुए अन्य अस्पतालों के विस्तार, विकास, जीर्णोद्धार और इन्हें अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बताया गया कि नए कार्यों पर लगभग 900 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है। श्री शुक्ल ने अगले 7 दिन में मास्टर प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एमवाय अस्पताल मालवा सहित पूरे मध्य भारत का सबसे बड़ा अस्पताल है। इसे दृष्टिगत रखते हुए इसका विकास और सुविधाओं का विस्तार अत्यंत जरूरी है। हमारी कोशिश है कि अस्पताल में आने वाले किसी भी मरीज को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्हें बेहतर से बेहतर ईलाज मिले। हमारी कोशिश है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज की शैक्षणिक गुणवत्ता में भी उत्तरोत्तर सुधार हो। रिक्त पदों की पूर्ति भी उन्होंने शीघ्र करने के निर्देश दिए।

बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने एमवाय अस्पताल की जरूरतों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रारंभिक रूप से तैयार किए गए मास्टर प्लान के बारे में बताया। उन्होंने उप मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि अस्पताल को नए ट्रामा सेंटर की अत्यंत जरूरत है। अस्पताल के विकास के लिए उन्होंने अपनी ओर से तैयार मास्टर प्लान भी प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी ने उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल से आग्रह किया कि अस्पतालों में मृत मरीजों को अस्पताल से घर पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की निशुल्क व्यवस्था होना चाहिए। इस पर सहमति जताते हुए उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि यह व्यवस्था जल्द ही लागू की जाएगी।

मैमोग्राफी केंद्र का लोकार्पण

बैठक के पश्चात उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने आज एमवाय हॉस्पिटल पहुंचकर मैमोग्राफी केंद्र एवं मैमोग्राफी डिजिटल मशीन का लोकार्पण किया। बताया गया कि मैमोग्राफी एक एक्स-रे इमेजिंग विधि है, जिसका उपयोग कैंसर और अन्य स्तन रोगों का शीघ्र पता लगाने के लिए किया जाता है। यह केन्द्र स्थापित हो जाने से स्तन रोगों और स्तन कैंसर का समय पर पता लगने से मरीजों का उपचार किया जा सकेगा। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री महेंद्र हार्डिया और श्री गोलू शुक्ला, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री विवेक पोरवाल, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री तरुण कुमार पिथोड़े, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. पंकज जैन, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।