मेडिकल इतिहास में पहली बार जीवित व्यक्ति ने किया फेफड़े का हिस्सा दान, बची पीड़ित की जान

Mohit
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corona researcher

टोक्यो : कोरोना महामारी के बीच एक अच्छी खबर भी सामने आ रही है. दरअसल, जापान में डॉक्टर्स कोरोना वायरस से पीड़िता महिला के फेफड़ों की ट्रांसप्लांट के जरिए सफल सर्जरी की है. यहां सबसे खास बात यह है कि महिला को दो जीवित लोगों के फेफड़े के हिस्से दिए गए हैं. दोनों डोनर महिला का बेटा और पति है. माना जा रहा है कि मेडिकल इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. चिकित्सकों ने दावा किया है कि महिला जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगी.

इस सर्जरी के बाद दुनियाभर के डॉक्टर्स के सामने जीवित डोनर्स से शरीर का अंग लेने का विकल्प खुल गया है. सर्जरी का हिस्सा रहे डॉक्टर हिरोशी डेट बताते हैं कि इस सर्जरी के जरिए उन्होंने दुनिया को बताने की कोशिश की है कि जीवित डोनर्स से ट्रांसप्लांट भी एक नया ऑप्शन है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला के बेटे ने दाएं फेफड़े के सेगमेंट्स दिए हैं. जबकि, पति ने बाएं हिस्से के जरिए मदद की है.

क्योटो यूनिवर्सिटी अस्पताल में करीब 11 घंटों तक चली यह सर्जरी सफल रही है. फिलहाल महिला, उसके पति और बेटे की हालत स्थिर बताई जा रही है. इस सर्जरी में 30 लोगों की टीम शामिल थी. कहा जा रहा है कि महिला को 2 महीने बाद अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी. हालांकि, नए विकल्प के बाद भी इस तरह की सर्जरी काफी कठिन होती है. दरअसल, अंगदान के लिए डोनर को 13 मेडिकल शर्तों को पूरा करना होता है.