नाईट कर्फ्यू के फैसले की आलोचना के लिए विपक्षी दल को ‘भारत रत्न’ मिलना चाहिए: संजय राउत

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मुंबई। मंगलवार को शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि मुंबई में शिवसेना भवन भविष्य के ‘राजनीतिक भूकंप’ का केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग चाहते हैं शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति का भी हिस्सा बनें। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि, “हम पिछले कुछ दिनों से सुन रहे हैं कि उनकी पार्टी (भाजपा) एकजुट है और उनके कोई भी नेता बगावत नहीं करेंगे। कुछ दिन इंतजार कीजिए, पता चल जाएगा कि कौन पार्टी छोड़ रहा है। कार्यकर्ता (शिवसेना में) आएंगे। लेकिन एक चीज ध्यान में रखिए कि शिवसेना भवन भविष्य के राजनीतिक भूकंप का केंद्र बनने जा रहा है।” उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) के घटक शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकजुट हैं और सामंजस्य के साथ काम कर रहे हैं।

दरअसल, मुंबई के दादर में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं के शिवसेना में शामिल होने के बाद संजय राउत का यह बयान सामने आया। बता दे कि, सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कथित तौर पर संकेत दिया था कि, आगामी दिनों में दूसरे दलों के कार्यकर्ता भाजपा में शामिल होंगे।

वही, शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि, राज्य के लोगों को लगता है कि महाविकास अघाड़ी सरकार अगले चार-पांच साल नहीं बल्कि अगले 20 से 25 साल तक काम करेगी। लोगों का मानना है कि ठाकरे को राज्य के साथ ही देश की राजनीति में भी उतरना चाहिए… और यह होगा। साथ ही भाजपा पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा कि, रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने के राज्य सरकार के फैसले की आलोचना के लिए विपक्षी दल को ‘भारत रत्न’ मिलना चाहिए। राउत ने कहा कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया।

राउत ने कहा कि, शायद भाजपा को पता नहीं है कि दुनिया में क्या चल रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले कई महीने से विदेश नहीं गए हैं। प्रधानमंत्री को इन घटनाओं के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए।