किसान बिल पर विपक्ष की राष्ट्रपति से मांग, साइन ना कर बिल भेजे वापस

Share on:

नई दिल्ली। कृषि सुधार बिल को रविवार को राज्यसभा में पेश किया गया जहां ये बिल पास हो गया। केंद्र सरकार ने लोकसभा के बाद राज्यसभा में कृषि से जुड़े तीनों बिल पेश किए। कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य विधेयक, कृषक कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक रविवार को राज्यसभा में ध्वनि मत से पास हो गए। बिल के पास होने से पपहले सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।

गौरतलब है कि तीनों बिल लोकसभा से पहले ही पास हो चुके हैं। बिल की पेशकश सदन में केंद्रीय कृषि नरेंद्र सिंह तोमर ने की। बता दें कि बिल को लेकर सदन में ही नहीं बल्कि देशभर में विरोध जारी है। इसी बीच विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का वक्त मांगा है।

विपक्ष की ओर से अपील की जाएगी कि वो इन दिनों बिलों पर अपने हस्ताक्षर ना करें और वापस इन्हें राज्यसभा में भेज दें। इससे पहले विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा भी किया था। जिसके लिए आठ राज्यसभा सांसदों को सस्पेंड भी किया जा चुका है।

इसके अलावा रविवार को राज्यसभा में बिल पास हो गया, लेकिन इस दौरान संसद में काफी बवाल हुआ। कई विपक्षी सांसदों ने उपसभापति की चेयर पर रखे पर्चे फाड़े और माइक भी तोड़ दिया।