भोपाल : संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने 26 जून अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर सभी कलेक्टरों को केवल दृश्य-श्रव्य (ऑडियो/विजुअल) के माध्यम से ही ऑनलाइन कार्यक्रम करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टरों से कहा गया है कि इस दिन मादक द्रव्य-पदार्थों के सेवन से मनुष्य जीवन पर होने वाले दुष्प्रभावों पर केन्द्रित विषय पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता वेबकास्ट के माध्यम से आयोजित करें। प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं के अलावा समाज के प्रत्येक वर्ग का भी प्रतिनिधित्व हो। इस संबंध में स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा सकता है।
श्री सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनज़र नशा निवारण दिवस पर किसी प्रकार के कार्यक्रम और समारोह करना उचित नहीं है। इसलिए नशील पदार्थ के दुरूपयोग और अवैध व्यापार के विरूद्ध मनाये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर दृश्य-श्रव्य माध्यमों द्वारा मादक पदार्थों, द्रव्यों और नशीली दवाओं के दुष्परिणामों से युवाओं और समाज में जागरूकता के लिये जिला स्तर पर कार्यवाही करें।
उल्लेखनीय है कि हर साल 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध व्यापार के विरूद्ध जन-जागृति के लिये अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मादक पदार्थों, द्रव्यों, नशीली दवाओं और नशा सेवन की समाज में बढ़ रही प्रवृत्ति पर रोकथाम करना है। नशा सेवन से होने वाले दुष्परिणामों से समाज के विभिन्न वर्गों को जागरूक करते हुए नशामुक्ति के लिये प्रेरित करना है।