महाराष्ट्र में पिछले कुछ महिने पहले राजनीति संकट के कारण शिवसेना पार्टी में दो गुट बन गए थे। जिसमें एक ओर शिंदे गुट तो दूसरी ओर ठाकरे गुट में विभाजीत हो गया था। इसी के चलते पार्टी समर्थक भी अलग हो गए थे। इसी मामले के चलते बुधवार को विजयादमी के इस मौके पर दशहरा रैली का आयोजन के चलते दोनों गुटों के समर्थकों में बड़े-बड़े दावे किए जा रहें है। जिसकी वजह से मामला गरमाता जा रहा हैं।
किए जा रहे है चौकाने वाले दावें
शिवसेना में टूट के बाद ठाकरे और शिंदे गुट पार्टी पर अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं। इन दोनों के दावों पर फिलहाल चुनाव आयोग विचार कर रहा है। इन सबके बीच शिंदे गुट के सांसद कुपान तुमाने का दावा चौंकाने वाला है। दोनों ही धड़े खुद को असली शिवसैनिक बताने में जुटे हैं, ऐसे में दशहरा रैली के आयोजन को लेकर भी दोनों गुट अदालत पहुंच गए थे। हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट ने शिवसेना के ठाकरे गुट को शिवाजी पार्क में दशहरा रेली आयोजित करने की इजाजत दी है. वहीं, शिंदे गुट बीकेसी में दशहरा रैली का आयोजन कर रहा है।
शिंदे गुट कर रहा है ये दावा
मुंबई के बीकेसी में एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली में 3 लाख से ज्यादा लोगों के खाने-पीने का इंतजाम किए जाने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए मैदान के पीछे एक बड़ा सा रसोई घर बनाया गया है। यहां बड़ी तादाद में हलवाई खाना बनाने में जुटे हैं। जानकारी के अनुसार, 13 से 15 टन वेज विरयानी बनाई जा रही है। इसके अलावा 4 लाख बड़ा पाव भी बनाए जा रहे है।
ठाकरे गुट को कांग्रेस का समर्थन
कांग्रेस ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को अपना समर्थन दिया है। अंधेरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में उद्धव गुट के उम्मीदवार को कांग्रेस ने सपोर्ट करने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है। उद्धव गुट के विधायक रमेश लटके की मौत के कारण यह सीट रिक्त हुई है. उपचुनाव 3 नवंबर को होना है।