भाजपा के पितृपुरुष दीनदयाल उपाध्याय, श्यामाप्रसाद मुखर्जी व अटलबिहारी वाजपेयी को अपना आदर्श मानकर राजनीति करने वाले उमेश शर्मा की जब-जब प्रदेश संगठन व स्थानीय संगठन को जरूरत लगी तब-तब शर्मा का भरपूर उपयोग किया। शर्मा ने अपना संपूर्ण जीवन भाजपा को समर्पित कर दिया लेकिन वे जीवन भर आर्थिक संकट से झुझते रहे और उनके अचानक स्वर्गवास के बाद तो उनके परिजनों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन न तो स्थानीय संगठन न प्रदेश संगठन ने शर्मा के परिजनों की सुध ली।
भाजपा के दिवंगत नेता उमेश शर्मा ने अपना सम्पूर्ण जीवन संगठन के प्रति निष्ठा से जीया। अपने परिवार की आर्थिक स्थति की चिंता न करते हुए पूरा जीवन संगठन को समर्पित कर दिया। गत वर्ष उमेश शर्मा का ह्रदयाघात के कारण आकस्मिक निधन हो गया और उनके जाने के बाद पूरा परिवार आर्थिक संकट से घिरा गया।
जिसको लेकर भाजपा को शोशल मीडिया पर जनमानस के साथ-साथ मीडिया ने भी आढेहाथो लिया लेकिन कोई सुध लेने को तैयार नही था शर्मा की कल 11 सितंबर को पहली पुण्यतिथि थी शर्मा के परिजनों की आर्थिक स्थति की जानकारी जब विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ को लगी तो उन्होंने अपने संगठन हिन्द रक्षक संगठन के माध्यम से तुरंत 2 लाख 51 हजार की राशि का चेक उनके पुत्र अन्वेष उमेश शर्मा को निवास पर जाकर सौपा।
गौड़ ने पूरे परिवार से मुलाकात की व आगे भी हरसंभव मदद का वादा किया। इस दौरान सुमित मिश्रा, एमआईसी सदस्य राकेश जैन, मुकेश मंगल मौजूद थे।