स्वर्गीय नंदकुमार की जन्म जयंती पर CM ने कहा उनके सपनों को साकार किया जाएगा

Suruchi
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि सांसद स्वर्गीय नंदु भैय्या के बताये मार्गों पर चलकर हम प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाते रहेंगे। स्वर्गीय नंदु भैय्या बिरले व्यक्तित्व के धनी थे। ऐसे लोग बिरले ही मिलते है। वे भले से ही भौतिक रूप से साथ नहीं है, परंतु उनके विचार एवं आदर्श हमारे साथ है। कभी सोचा नहीं था कि इतनी जल्दी वे हमारा साथ छोड़ देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वर्गीय नंदु भैय्या ने निमाड़ क्षेत्र में सिंचाई, सड़कों के निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा कृषि क्षेत्र, मेडिकल कॉलेज सहित मूलभूत सुविधाओं के विस्तार में विकास की नयी इबारत लिखी है।

मुख्यमंत्री चौहान आज इंदौर संभाग के बुरहानपुर जिले के शाहपुर में सांसद स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान की जन्म जयंती पर आयोजित स्मृति संस्मरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधायकगण देवेन्द्र वर्मा, नारायण पटेल तथा सुमित्रा कास्देकर, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, मनोज लदवे, हर्षवर्धन सिंह चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमें दुख है कि नंदु भैय्या हमारे बीच नहीं है, उन्होंने साथ निभाने का वचन दिया था, परंतु अकेला छोड़कर जल्दी ही चले गये। उनके सपनों को साकार किया जायेगा।

विकास करेंगे, उनके अनुरूप जनता को भरपूर प्यार देंगे। उनके बताये मार्ग पर चलकर प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाते रहेंगे। मैं जिम्मेदारी लेता हूँ कि स्वर्गीय नंदु भैय्या के सपनों को साकार किया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने स्वर्गीय नंदु भैय्या के चित्र के समक्ष पुष्पाजंलि अर्पित की तथा उनकी स्मृति में पौधे का रोपण भी किया। स्वर्गीय  नंदकुमार सिंह चौहान की समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रृद्धासुमन अर्पित किये तथा परिजनों को ढ़ांढस बंधाया।

कार्यक्रम को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुये सांसद  बी.डी. शर्मा ने कहा कि विश्वास ही नहीं होता कि स्वर्गीय नंदु भैय्या हमारे बीच में नहीं है। वे विकास पुरूष थे। सहजता एवं सरलता की प्रतिक थे। वे जन-जन से जुड़े हुये थे। उनसे जीवन में बहुत सीखने को मिला। उनके अधुरे कार्यों को हम सब मिलकर पूरा करेंगे। कार्यक्रम को खण्डवा के विधायक देवेन्द्र वर्मा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय  नंदु भैय्या व्यक्ति नहीं संस्था थे। विकास के लिये उन्होंने आजीवन अथक परिश्रम किया। कार्यक्रम को मनोज लदवे ने भी संबोधित किया।