मध्यप्रदेश में नर्सिंग शिक्षा के नाम पर चल रहा एक भ्रष्टाचार का घोटाला अब बेपर्दा हो रहा है। सीबीआई की जांच में सामने आया है कि कई नर्सिंग कॉलेज गैरकानूनी रूप से संचालित किए जा रहे थे और इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए रिश्वतखोरी का खेल चल रहा था।
इस घोटाले के सिलसिले में अब तक सीबीआई ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2 सीबीआई इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। सीबीआई ने ACB भोपाल CBI में अटैच सुशील मजोकर को रिश्वत के 2 लाख रुपए और मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। सोमवार को राधारमण शर्मा समेत 4 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
कौन-कौन गिरफ्तार हुए?
सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज और सुशील मजोकर
राधारमण शर्मा (जुगल किशोर शर्मा का भाई)
रतलाम नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल जलपना अधिकारी
भाभा कॉलेज के प्रिंसिपल
अन्य 7 आरोपी
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली सीबीआई को मध्य प्रदेश के 70 नर्सिंग कॉलेजों में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थीं। जांच में पता चला कि कई कॉलेज केवल कागजों पर ही चल रहे थे, जबकि कुछ किराए के कमरों में संचालित किए जा रहे थे। इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों से मोटी रिश्वत ली जा रही थी। सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज, जिनके पास 60 कॉलेजों की जांच का जिम्मा था, उन पर भी रिश्वत लेने के आरोप हैं। आरोप है कि राहुल राज ने कई कॉलेजों को रिश्वत लेकर क्लीन चिट दे दी थी।
क्या है आगे की कार्रवाई?
सीबीआई इस घोटाले की गहन जांच कर रही है। अभी तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और कई अन्य पर कार्रवाई की जा सकती है। उम्मीद है कि इस जांच से इस भ्रष्टाचार के खेल का पर्दाफाश होगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
इस घोटाले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:
इस घोटाले से पता चलता है कि नर्सिंग शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार कितना गहराई से जड़ जमा चुका है। ऐसे कॉलेजों के कारण नर्सिंग की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस घोटाले की जांच से न केवल दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भी कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।