एमआर 9 स्थित चौराहे पर यातायात को नियंत्रित करने के देश मे पहली बार रोबोट लगाया गया था। इस रोबोट की वजह से इस चौराहे के नाम ही रोबोट चौराहा पड़ गया। पिछले दिनों मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति ने इस रोबोट को तोड़ दिया था ।तब से यह रोबोट बंद पड़ा था। इस रोबोट के बंद होने से इस चौराहे का यातायात काफी अस्त-व्यस्त हो रहा था। नगर निगम द्वारा इस रोबोट के लिए इसे बनाने वाली कंपनी टेक्नो स्कूल स्किल को अब तक कोई राशि नहीं दी गई नाही निगम ने इसके मेंटेनेंस के लिए 3 वर्षों में कंपनी को कोई राशि अदा की है। इसके बावजूद भी इंदौर की इस स्टार्टअप कंपनी ने इस रोबोट को पुनः स्थापित करने का बीड़ा उठाया है।
कंपनी के इंजीनियर राहुल तिवारी ने बताया कि उनकी कंपनी ने नगर निगम यातायात पुलिस विभाग के कहने पर पहली बार यहां रोबोट लगाया था। लेकिन अब तक कंपनी को कोई भी पेमेंट नहीं मिला। हमने इंदौर की इस पहचान को बरकरार रखने के लिए एक बार फिर रोबोट को स्थापित करने का बीड़ा उठाया है और जल्द ही रोबोट नए स्वरूप में यहां यातायात को नियंत्रित करने लगेगा।
लेखक- चंद्रशेखर शर्मा