उज्जैन । चम्बल मार्ग, कुम्हार मोहल्ला, तहसील नागदा(Tehsil Nagda), जिला उज्जैन(District Ujjain) निवासी, भुरू खान मजदूरी कर थके हारे घर लोटते थे तो वे इस बार से बेहद दूखी हो जाते थे कि उनका लाड़ला बेटा अरमान उम्र 01 वर्ष 08 माह वर्ष कुछ बोल नही पाता था, जबकि उसकी उम्र के बच्चें ठीक प्रकार से बाते कर लेते है। चूकि जन्म से ही अरमान अधिकांशतः बीमार ही रहता था, मजदूर पिता ने उसका अच्छे से अच्छे चिकित्सकों से उपचार करवाया इस दौरान आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा प्रायः अरमान की बीमारी को लेकर जब वह अपनी पत्नी सिमरन से चिन्ता जाहीर करता था तो सिमरन उसका मन रखने के लिये उससे कह देती थी कि बड़े बुढ़ो ने ऐसा बताया है कि कोई बच्चा देर से बोलना सिखता है, मेरे पिता जी कहते है कि कोई बच्चें दो साल तो कोई पांच साल मे बोलने लग जाते है तो उपर वाला उनमे बोलने की शक्ति कभी-कभी देर से भी देता है।
अरमान के माता-पिता अरमान को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय उज्जैन मे जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र (डी.ई.आई.सी.) में लेकर आये। जहां विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर बताया कि अरमान जन्म से ही सुनता नही है न सुनने के कारण ही शब्द बोल नही पाता है और सामान्य शब्दों का उच्चारण भी नही कर पाता है, जो कि एक वर्ष के उम्र के बच्चें बोल सकते है। चिकित्सक द्वारा अगले दिन अरमान के माता-पिता को अरमान को लेकर अरविन्दो मेडिकल, कॉलेज, इन्दौर जाने हेतु समझाया। अरमान के पिता द्वारा जब यह बताया गया कि वह गरीब आदमी है अरमान के उपचार के चलते वह आर्थिक रूप से भी कमजोर हो गये है तब राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (डी.ई.आई.सी.) के कर्मचारियों द्वारा उनको बताया कि सम्पूर्ण उपचार निःशुल्क है एवं आवश्यकता पड़ने पर सर्जरी हेतु जो भी खर्चा आयेगा वह शासन द्वारा वहन किया जायेगा।
अरमान को उसके पिता माता अरविन्दो मेडिकल, कॉलेज, इन्दौर ऑपरेशन हेतु ले गये वहा मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के अन्तर्गत अरमान का सफल ऑपरेशन (कॉक्लीयर एम्पलांट) किया गया, ऑपरेशन हेतु कुल खर्च 06 लाख 50 हजार रूपये हुआ जिसका वहन शासन किया गया। ऑपरेशन के उपरांत अरमान का नियमित फॉलोअप लिया जा रहा है एवं उसे स्वीच थैरेपी प्रदान की जा रही है। अरमान अब सुनने एवं बोलने लगा है, उसकी मां जब उसे नाम से पुकराती है तो वह न केवल प्रतिक्रिया देता है बल्की मां शब्द का उच्चारण भी स्पष्ट रूप से करता है। अब उसकी माता पिता को उसके भविष्य की चिन्ता नही है, उसे विश्वास है कि अरमान पढ़-लिखकर अच्छा आदमी बनेगा और उनकी परेशानियों का हल करेगा। अरमान के माता पिता शासन की इस योजना का लाभ प्राप्त करके वह मुख्यमंत्री को कोटि-कोटि हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते है, इस योजना के कारण वह इतना महंगा ऑपरेशन निःशुल्क करवाकर अपने बच्चे की जन्मजात विकृति को हमेशा के लिये मिटवा सकें।