ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद रविचंद्रन अश्विन ने अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जो पूरी क्रिकेट दुनिया के लिए एक बड़ा झटका था। हालांकि, कुछ ही दिनों में उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ में कई बयान दिए, जिससे उनके संन्यास के पीछे के कारणों को लेकर कयास लगाए जाने लगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अश्विन के संन्यास की वजह टीम मैनेजमेंट के फैसले हो सकते हैं, लेकिन अश्विन ने इस बारे में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया।
IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलेंगे अश्विन
रवि अश्विन ने अपने संन्यास के बाद कहा था कि उनके पास अभी भी क्रिकेट खेलने के कुछ साल बाकी हैं, और वह इन सालों का उपयोग आईपीएल में करेंगे। IPL 2025 में अश्विन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलते हुए नजर आएंगे, क्योंकि CSK ने उन्हें मेगा ऑक्शन में खरीदा था। इस दौरान वह अपने पुराने साथी, महेंद्र सिंह धोनी के साथ फिर से खेलते हुए दिखाई देंगे, हालांकि अगले सीजन में धोनी कप्तानी नहीं करेंगे। अश्विन और धोनी का यह मिलन एक बार फिर CSK के फैंस के लिए खास होगा।
धोनी की कप्तानी की क्या हैं विशेषताएँ ?
अश्विन ने हाल ही में धोनी की कप्तानी की जमकर तारीफ की और बताया कि धोनी क्यों भारतीय क्रिकेट के अन्य कप्तानों से अलग हैं। उन्होंने धोनी की सादगी और बुनियादी चीजों पर ध्यान देने की खासियत को प्रमुख कारण बताया, जिससे वह अन्य कप्तानों से विशिष्ट बनते हैं।
अश्विन ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट में कहा, “धोनी हमेशा बुनियादी चीजों पर ध्यान देते हैं, जबकि अधिकांश कप्तान इन पर ध्यान नहीं देते, जिससे खेल उनके लिए कठिन हो जाता है।” वह उदाहरण देते हुए कहते हैं कि धोनी अपने गेंदबाजों को यह निर्देश नहीं देते कि कहां गेंदबाजी करनी चाहिए। उनकी रणनीति यह है कि गेंदबाज अपनी फील्डिंग के हिसाब से गेंदबाजी करें और खुद को बेहतर बनाए रखें।
माही की कप्तानी में मिलती हैं गेंदबाजों को स्वतंत्रता
अश्विन ने बताया कि धोनी अपने गेंदबाजों को पूरी स्वतंत्रता देते हैं और कभी भी उन्हें यह नहीं बताते कि कहां गेंदबाजी करनी है। अगर एक गेंदबाज ने एक ओवर में तीन चौके खा लिए, तो धोनी उसे कभी भी गेंदबाजी से बाहर नहीं करेंगे, क्योंकि उनके अनुसार, यह क्रिकेट का एक बहुत ही बुनियादी और महत्वपूर्ण पहलू है।
अश्विन ने यह भी कहा कि आजकल के क्रिकेटरों ने बुनियादी चीजों को भुला दिया है। उनका मानना है कि गेंदबाजों को नए बल्लेबाजों को कट या ड्राइव करने का अवसर नहीं देना चाहिए। धोनी की कप्तानी में गेंदबाजों को हमेशा इन बुनियादी बातों पर ध्यान देने का आग्रह किया जाता है।
तुषार देशपांडे की सफलता का श्रेय धोनी को
अश्विन ने IPL 2023 में धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स की सफलता पर भी प्रकाश डाला, जब टीम ने रिकॉर्ड पांचवां खिताब जीता। इस दौरान, धोनी ने तुषार देशपांडे को स्ट्राइक गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया, और तुषार ने 16 मैचों में 21 विकेट लिए। अश्विन का मानना है कि धोनी ने तुषार को सिखाया कि लंबे बाउंड्री पर हिट करने से रन कम खर्च होंगे, जिससे गेंदबाज का दबाव कम होता है और वह अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर पाता है।
धोनी का कप्तानी रिकॉर्ड
महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 60 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 27 मैचों में जीत हासिल की। वनडे क्रिकेट में धोनी ने 200 मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें 110 मैचों में जीत और 74 मैचों में हार मिली। T20 अंतरराष्ट्रीय में भी उन्होंने भारत की कप्तानी की और 41 मैचों में जीत दिलाई। उनके नेतृत्व में भारत ने 2007 में T20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीते, और वह भारतीय क्रिकेट की एक अमिट पहचान बन गए हैं।