ये आसाम में ब्याही उज्जैन मध्यप्रदेश की नूरी खान है । इंदौर में दूरदर्शन कर्मचारी मनोहरलाल राठौड़ को प्लाज्मा की जरूरत थी । नूरी खान को कॉल गया । ये आसाम से अपना रोजा तौड़ फ्लाइट पकड़ कर इंदौर आयी । प्लाजमा डोनेट किया । इंसानियत जिंदा है दोस्तों ।
नूरी खान की यह कहानी बताती है कि कोरोना महामारी के इस भयानक दौर में भी मानवता किस तरह से जिंदा है और किस तरह से एक दूसरे की लोग जान बचा रहे हैं