अयोध्या नगरी : खबर अयोध्या के राम मंदिर से निकलकर सामने आई है, जहां गर्मी ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है और भीषण गर्मी के नौतपा से आग कि बरसात हो रही है व तापमान में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। जहां शहर का तापमान 42 डिग्री को पार कर दिया है।
लोग इस तपतपाती धूप और भीषण गर्मी से बीमार और परेशान दिखाई दे रहें हैं तो वहीं आयोध्या नगरी में विराजमार भगवान राम कि दिनचर्या में परिवर्तन किया गया है और भगवान के वस्त्र ओर भोग प्रसादी में बदलाव किया गया। भगवान राम को गर्मी से राहत के लिए सुती वस्त्रों को धारण करवायें जा रहे है, भोग में दही, फल का जूस और शीतल आरती हो रहीं है। गर्भग्रह में भागवन को गर्मी से राहत के लिए एसी व पंखें नगरीय प्रशासन द्वारा लगाये गये है।
कूलर नहीं अब AC में रहेंगे रामलला
इस भीषण गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू किया है। वहीं आम जनता के साथ आयोध्या के रामलला के मंदिर में भी देखने को मिल रहा है। राम मंदिर में राम प्रतिमा एक बालक के रूप में विराजमान है। गर्मी के इस मौसम से बचाने के लिए वहां विशेष इंतजाम किये गये है। पहले सुबह के समय श्रीराम की दीपों से पूजा अर्चना व आरती होती थी। लेकिन इस समय गर्मी ने अपना कहर ज्यादा ही दिखा दिया है। वहीं अब चांदी की थाली में चारों तरफ फूल बिछाकर शीतल आरती की जाती है।
पुजारी द्वारा बताई गई प्रभु राम की सेवा
अयोध्या में स्थित श्री रामलला के मंदिर के मुख्य ‘पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के द्वारा राम की सेवाभाव को लेकर और भीषण गर्मी से राहत के लिए गर्भगृह में एसी पंखे लगाये है। यह सुनकर अच्छा लगा कि मंदिर के पुजारी भक्ति और सेवा के प्रति इतने समर्पित हैं। पुजारी द्वारा भगवान की सेवा में इतना समय, उपाय, और समर्पण देना वाकई अद्भुत है।
यह साबित करता है कि भक्ति की गहराई और समर्पण का आदान-प्रदान हर समय भगवान के साथ होता है, भागवान रामलला की जब प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी उसी समय से के बाद से उनमें प्राण हैं। इसीलिए भोग, शृंगार व विश्राम की व्यवस्था की गई। इसी मान्यता के चलते भगवान की मौसम के हिसाब से सेवा में परिवर्तन किया जाता है।