नाइट कल्चर इंदौर की बर्बादी की कहानी लिख रहा है – अर्जुन राठौर

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जब से इंदौर में नाइट कल्चर शुरू हुआ है इसने बर्बादी की एक नई कहानी लिखना शुरू कर दी है, स्वच्छ इंदौर के माथे पर कुछ तो कलंक होना चाहिए था उसकी कसर नाइट कल्चर ने पूरी कर दी है। जो लोग स्वच्छ इंदौर के नाम पर इतरा रहे हैं उन्हें अब नाइट कल्चर की शर्मनाक तस्वीर पर भी शर्म आनी चाहिए। बजरंग दल वालों ने नाइट कल्चर के खिलाफ जो आंदोलन किया उसमें कहीं न कहीं इंदौर के उन हजारों लोगों की भावनाएं भी शामिल थी जो नाइट कल्चर के कारण इंदौर की बर्बादी को देख रहे हैं शाम होते ही और खासकर रात दस बजे बाद तो इंदौर पूरी तरह से नशेड़ीयों के हवाले हो जाता है और मां अहिल्या की नगरी में इंदौर के बाहर से आए हुए युवक-युवतियों का जो शर्मनाक प्रदर्शन होता है उसको देखकर तो हर इंदौर वासी का सिर शर्म से झुक जाता है और फिर उसे गुस्सा भी आता है कि इंदौर किन के हवाले कर दिया गया है ।

निश्चित रूप से नाइट कल्चर इंदौर के लिए बेहद घातक साबित हो रहा है सोचने वाली बात तो यह भी है कि नाइट कल्चर के बाद भला किसका हुआ है क्या पब चलाने वालों और अवैध ड्रग बेचने वालों के लिए नाइट कल्चर की शुरुआत हुई है ? इंदौर के शांतिप्रिय नागरिक कभी भी नाइट कल्चर में शामिल होते वे तो सराफा की चौपाटी के ही शौकीन रहे हैं पूरे परिवार के साथ वहां पर जाकर विभिन्न प्रकार के पकवानों का आनंद लेने के बाद शांति से घर लौट आते हैं ।

लेकिन नाइट कल्चर ने यह साबित कर दिया है इसका इंदौर की जनता से कोई लेना-देना नहीं यह पूरी तरह से इंदौर से बाहर से आए युवक-युवतियों के लिए खोला गया है जो आए दिन नशे में सड़कों पर हंगामा करते हैं । इंदौर के जनप्रतिनिधियों द्वारा नाइट कल्चर के खिलाफ जो आवाज उठाई जा रही है उसका इंदौर शहर के हर नागरिक को समर्थन करना चाहिए ।