नवागत Collector इलैया ने अधिकारियों के साथ की अहम बैठक, CM Helpline और आमजनों की समस्याओं के लेकर दिए ये निर्देश

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नवागत कलेक्टर इलैया राजा टी ने आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर इलैया राजा टी ने अधिकारियों को समझाइश देते हुए कहा कि आम नागरिकों से सतत सम्पर्क और संवाद रखा जाए। उनकी समस्याओं को धैर्यपूर्वक गंभीरता के साथ सुना जाए।

समस्याओं का परीक्षण करे, समस्याएं सही होने पर तत्काल सकारात्मक निराकरण करे। बेवजह किसी भी समस्या को लंबित नहीं रखे। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि किसी भी आमजन से अभद्रता और उनके काम को रोकने की प्रवृत्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर इलैया राजा टी ने अपनी प्राथमिकताएं बतायी और कहा कि इसके अनुरूप अधिकारी, कर्मचारी योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करे। उन्होंने कहा कि राज्य शासन विशेषकर मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली सभी योजनाएं, कार्यक्रम और अभियानों का प्रभावी क्रियान्वयन उनकी प्राथमिकता है।

बैठक में अपर कलेक्टर अभय बेडेकर, अजय देव शर्मा, राजेश राठौर तथा आर.एस. मण्डलोई, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वंदना शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों का सकारात्मक निराकरण निर्धारित समयावधि में किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना, उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सक एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ निर्धारित समय पर अस्पताल पहुंचे तथा निर्धारित समय तक रूके।

अस्पताल में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था रखी जाए। इस दिशा में कायाकल्प एवं लक्ष्य अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन हो। मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पिछड़ा वर्ग तथा अनुसूचित जाति- जनजाति कल्याण विभाग के अधिकारियों से चर्चा के दौरान निर्देश दिए कि स्कॉलरशिप का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि हॉस्टलों की जरूरतों का आकलन कर उसके अनुरूप रिनोवेशन के कार्य करवाए जाए, हॉस्टलों में सभी जरूरी सुविधाएं हो। उन्होंने कहा कि ई-मंडी की अवधारणा को साकार रूप दिया जाएगा।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करे और उनका मूल्यांकन भी किया जाए।