इंदौर में सोमवार से वाहनों की नई फिटनेस व्यवस्था लागू होगी। अब वाहनों की फिटनेस जांच मैन्युअल तरीके से नहीं, बल्कि ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन से की जाएगी। अब वाहन स्वामियों को अपने वाहनों की फिटनेस ऑटोमेटेड स्टेशन पर ही करवानी होगी और फिटनेस प्रमाण पत्र आरटीओ कार्यालय से नहीं मिलेंगे।
इंदौर में सोमवार से वाहनों की फिटनेस की नई व्यवस्था शुरू हो जाएगी, जिससे फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में पारदर्शिता बढ़ेगी। यह नया प्रक्रियात्मक बदलाव वाहन स्वामियों को अपने वाहनों की फिटनेस वेदांती व्हीकल फिटनेस (एसपीवी) द्वारा स्थापित ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) के माध्यम से करवानी होगी। इस सुधार से कबाड़ वाहनों का सड़क पर दौड़ना मुश्किल हो जाएगा। नयी व्यवस्था की आधिकारिक शुरुआत सोमवार को होगी।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, यह व्यवस्था लागू की गई है। ट्रैक से वाहन गुजरने पर ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन में वाहनों की फिटनेस जांच की जाएगी, जिसमें मैनुअल जांच की बजाय ऑटोमेटेड सिस्टम का उपयोग होगा। इस सिस्टम में वाहनों को ट्रैक से गुजारा जाएगा और वाहन के सभी अंगों की विस्तृत जांच की जाएगी। अगर कोई खराबी मिलती है, तो वाहन को अनफिट घोषित किया जाएगा। इस नई प्रक्रिया से सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल फिट वाहन ही सड़कों पर चल सकें।