IIM इंदौर में पीजीपी, पीजीपी-एचआरएम, एफपीएम और आईपीएम (चौथे वर्ष) के नए बैच की हुई शुरुआत

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आईआईएम इंदौर के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी), पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (पीजीपी-एचआरएम), फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (एफपीएम), और इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट – चौथे वर्ष (आईपीएम (चौथे वर्ष) की नयी बैच की शुरुआत 30 जून, 2023 को हुई। उद्घाटन आईआईएम इंदौर बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स के चेयरपर्सन,  एम एम मुरुगप्पन और आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय की उपस्थिति में हुआ।

अपने संबोधन में मुरुगप्पन ने आईआईएम इंदौर में प्रवेश पाने के लिए की गई कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए नयी बैच पर गर्व व्यक्त किया। विद्यार्थियों की विविध पृष्ठभूमि पर चर्चा करते हुए उन्होंने छात्रों को अपने समय का अधिकतम उपयोग करने, एक-दूसरे से सीखने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के तरीके खोजने के लिए प्रोत्साहित किया। निदेशक, प्रो. हिमाँशु राय और प्रतिभाशाली फैकल्टी की प्रशंसा करते हुए  मुरुगप्पन ने बैच से कहा, “आईआईएम इंदौर में आपका समय सार्थक और पुरस्कृत अनुभव होगा। निदेशक और संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन में, आप वे सभी कौशल सीखेंगे जो आपको व्यक्तिगत और व्यावसायिक स्तर पर बढ़ने और विकसित होने में मदद करेंगे” ।

मुरुगप्पन ने वैश्विक परिदृश्य को एक दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण समय बताया। उन्होंने हिंसा और प्रति-हिंसा की व्यापकता को स्वीकार किया, और बदलते भू-राजनीतिक आयामों पर प्रकाश डाला जो छात्रों के भविष्य के करियर ही नहीं अपितु बड़े पैमाने पर दुनिया को प्रभावित करेंगे। “इस बदलते परिदृश्य में, जिज्ञासु बने रहना, लगातार सीखना और इन परिवर्तनों के निहितार्थों पर विचार करना सुनिश्चित करें। इससे आपको भारत की शक्ति समझने में भी मदद मिलेगी”, उन्होंने कहा। उन्होंने एक युवा राष्ट्र के रूप में भारत की आकांक्षाओं और अनुकूल जनसांख्यिकीय कारकों के बारे में बताया, जो देश और दुनिया दोनों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करते हैं।

 

उन्होंने कहा, “हालांकि पड़ोसी क्षेत्र कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, भारत एक अग्रणी के रूप में उभर रहा है, और इस प्रकार आप जैसे छात्रों का महत्व भी बढ़ता है, क्योंकि स्नातक होने के बाद आप देश के भविष्य का नेतृत्व करेंगे।” उन्होंने नए बैच को अपनी युवा ऊर्जा बनाए रखने, अपने ज्ञान और योगदान से कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के उत्थान में योगदान करने और शिक्षा ग्रहण करने की ख़ुशी को स्वीकारने की सलाह दी। प्रो. राय ने नए बैच के आगमन के शुभ बताते हुए एक खुशखबर साझा की। उन्होंने बताया कि संस्थान को 29 जून, 2023 को इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा प्रतिष्ठित “वन ऑफ़ द बेस्ट एजुकेशन ब्रांड्स अवार्ड” से सम्मानित किया गया है।

“यह अवार्ड देश के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में से एक के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है,” उन्होंने कहा। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय उद्योग मानकों के अनुरूप प्रासंगिक पाठ्यक्रम बनाने की संस्थान की प्रतिबद्धता को दिया। उन्होंने विश्व स्तरीय संकाय सदस्यों की उपस्थिति और ज्ञान पर भी प्रकाश डाला जो छात्रों को बेहतरीन मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, “हम सामाजिक रूप से जागरूक प्रबंधकों और लीडरों को तैयार करने के लिए समर्पित हैं जो राष्ट्र निर्माण, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता में सक्रिय रूप से योगदान देंगे।” उन्होंने नए बैच के साथ नए अनुभवों के लिए खुले रहने और निरंतर सीखने के महत्व को साझा किया।

“आईआईएम इंदौर में आपकी यात्रा परिवर्तनकारी होगी। वृद्धि और विकास के प्रत्येक अवसर को स्वीकार करना सुनिश्चित करें। अपनी दृष्टि और कल्पना को मिलाकर, अपने लक्ष्य को खोजें, क्योंकि ये गुण हमारे जीवन के वास्तविक सार और दिशा समझने में मदद करते हैं”, उन्होंने कहा। उन्होंने सीखने और ज्ञान प्राप्त करने के मूल्य पर जोर देते हुए छात्रों से संस्थान में अपने समय का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया। पीजीपी चेयर प्रो. श्रीहरि सोहानी ने नए बैचों का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि वास्तविक जीवन के व्यावसायिक मामलों को शामिल करने और प्रभावी शिक्षण पद्धतियों के उपयोग के कारण उद्योग संस्थान के छात्रों के लिए उच्च सम्मान रखता है। उन्होंने बैच से कहा, “अवसरों को स्वीकार करके और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करके, आप बहुमूल्य योगदान देने और अपने प्रयासों में सफल होने के लिए अच्छी तरह से कौशल-युक्त होंगे।”
बैच की जानकारी:
प्रोग्राम पुरुष महिला कुल
पीजीपी 329 149 478
आईपीएम 88 42 130
पीजीपी एचआरएम 3 32 35
एफपीएम 10 6 16

इस अवसर पर, चेयरमैन और निदेशक ने पीजीपी और पीजीपी एचआरएम के विद्यार्थियों को अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण पत्र (सर्टिफिकेट ऑफ़ एकेडमिक एक्सीलेंस) प्रदान किया। यह प्रमाणपत्र पीजीपी-I और आईपीएम-IV के संयुक्त बैच के शीर्ष 5% को प्रदान किया जाने वाला प्रमाण पात्र है। कुल मिलाकर, 32 प्रतिभागियों (पीजीपी से 30 और पीजीपी-एचआरएम से दो) ने अपने प्रमाणपत्र प्राप्त किए।
दो सर्वश्रेष्ठ रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम (आरईपी) रिपोर्ट के प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किए गए। आरईपी मध्य प्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से 17 से 22 अक्टूबर 2022 तक हुआ था।

इसमें 13 जिलों और 109 गांवों को शामिल किया गया, जिसमें छह-छह विद्यार्थियों के समूह यानि बैच के कुल 649 प्रतिभागी शामिल थे। प्रतिभागियों ने स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से महिलाओं के सामाजिक सशक्तिकरण, मध्य प्रदेश में पुष्कर और अमृत योजनाओं के प्रभाव मूल्यांकन और पीएम आवास की कार्यान्वयन रणनीति और सफलता दर पर नागरिकों की प्रतिक्रिया सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं का आकलन किया। बड़वानी जिले के साकड़ ग्राम और उज्जैन जिले के कनार्डी ग्राम पर रिपोर्ट तैयार करने वाले दो समूहों को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सर्वोत्तम परियोजना समूहों ने अन्य की तुलना में व्यापक शोध किया, विस्तृत चर्चाएँ कीं और अपने निष्कर्षों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। आरईपी समन्वयक प्रो. भवानी शंकर ने कहा, “सर्वश्रेष्ठ दो समूहों की रिपोर्टों ने गांवों की व्यापक समझ प्रदर्शित की, जमीनी हकीकत को सटीक रूप से चित्रित किया और सरकारी योजनाओं को बढ़ाने के लिए मूल्यवान सिफारिशें पेश कीं।” अपने निर्धारित कार्यों से आगे जाकर, ये समूह सक्रिय रूप से समुदाय, विशेषकर स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं के साथ जुड़े। उन्होंने बैठकें आयोजित कीं, वित्तीय सुधार पर मार्गदर्शन प्रदान किया और सूक्ष्म उद्यमों और विपणन के लिए रास्ते तलाशे।

इसके अतिरिक्त, उनकी पहल में स्थानीय आबादी को लाभ पहुंचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना शामिल था। उन्होंने कहा, “इन उत्कृष्ट प्रयासों से ही सर्वश्रेष्ठ बेस्ट ग्रुप्स चुने गए, और इन्होने ग्रामीण समुदायों के साथ काम कर उन पर सकारात्मक प्रभाव डालने की उनकी प्रतिबद्धता को उजागर किया।” नए बैच का इंडक्शन परिसर में कंप्यूटिंग सुविधाओं, पुस्तकालय, बुनियादी ढांचे और अन्य महत्वपूर्ण पहलों, सुविधाओं और सेवाओं पर ब्रीफिंग के साथ संपन्न हुआ।

Source : PR