इंदौर : नेहरू स्टेडियम अब बन गया है चुनावी गतिविधियों और सरकारी आयोजनों का मुख्य सेंटर

Share on:

विपिन नीमा

इंदौर। 25 दिसंबर 1997 को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पर इंडिया और श्रीलंका के बीच वन डे मैच में अभी तीन ओवर का खेल हुआ ही था कि अचानक खरतनाक हुई पिच को देखकर अंपायर ने तत्काल मैच स्थगित कर दिया था। इस घटना से क्रिकेट जगत में इंदौर बदनाम हो गया। 25 साल पहले हुई इस घटना के चार साल बाद यानी 2001 में एक वन डे मैच हुआ था।

इस मैच के बाद बीसीसीआई ने इंदौर को मैच देना बंद कर दिया। इस तरह स्टेडियम से क्रिकेट की हमेशा – हमेशा के लिए विदाई हो गई। बिदाई से पहले इस स्टेडियम में कुछ ऐसे रिकार्ड बने है जो क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इसमे सचिन के 10 हजार रन पूरे होने तथा एक मैच सबसे ज्यादा 5 विकेट लेने का रिकार्ड कृष्णमाचारी श्रीकांत के नाम शामिल है। क्रिकेट की बिदाई के साथ अब यह स्टेडियम चुनावी गतिविधियों और सरकारी आयोजन के लिए शहर का मुख्य सेंटर बन गया है।

Read More : राज-काज : बिना देर किए ‘एक्शन मोड’ में भाजपा नेतृत्व

खतरनाक पिच से ऐसे बदनाम हुआ था स्टेडियम

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम उस समय बदनाम हो गया जब 25 दिसंबर 1997 को भारत और श्रीलंका के बीच एक वनडे मैच पहली पारी के तीसरे ओवर के बाद रोक दिया गया था , क्योंकि कप्तान और अंपायर इस बात से सहमत थे कि पिच बहुत खतरनाक थी, जिसके लिए मैच रेफरी ने मैच रोकने की सहमति व्यक्त की। बाद में 25,000 दर्शको की भीड़ को शांत करने के लिए बगल की पिच पर 25 ओवर का प्रदर्शनी मैच आयोजित किया गया था।

आईसीसी ने स्टेडियम को मैच आयोजित करने से निलंबित कर दिया था

इस घटना से इंदौर के नेहरू स्टेडियम की विश्व क्रिकेट में बहुत बदनामी हुई। यहाँ तक कि बीसीसीआई ओर एमपीसीए को क्रिकेट खेलने वाले देशों ने जमकर आलोचनाएं की थी। इस घटना के बाद आईसीसी ने स्टेडियम को मैच आयोजित करने से निलंबित कर दिया था।

Read More : महाराष्ट्र में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ ट्रेनी एयरक्राफ्ट, कराई गई क्रैश लैंडिंग, महिला पायलट जख्मी

अब होलकर में ही होता है हर स्तर का क्रिकेट

महावीर आर्य सांखिकीविद

एमपी क्रिकेट एसोसिएशन ने बताया कि 97 की घटना के बाद 2001 में ऑस्ट्रेलिया के साथ एक मैच इंदौर को मिला था । इसी मैच में सचिन ने नेहरू स्टेडियम में अपने 10000 रन पूरे कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। इसके बाद स्टेडियम से क्रिकेट की बिदाई हो गई। उन्होंने बताया कि 21 साल बीत गए , अब यह स्टेडियम क्रिकेट के लिए नही रह है। अब हर स्तर का क्रिकेट होलकर स्टेडियम में होता है।

चुनावी गतिविधियों का मुख्य केंद्र बन चुका है स्डेडियम

नेहरू स्टेडियम से क्रिकेट की बिदाई होने के बाद दूसरी खेल गतिविधियां चल रही है , लेकिन अब स्टेडियम चुनाव गतिविधियों के लिए मुख्य सेंटर बन गया है। इसी प्रकार स्डेडियम का उपयोग सरकारी आयोजन , म्यूजिकल नाइट , जैसे कई तरह के बड़े बड़े आयोजन में हो रहा है। वैसे स्टेडियम चुनाव सामग्रियों के वितरण , मतगणना , प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सुविधजनक ओर सुरक्षित स्थान है।

एमपीसीए के अध्यक्ष स्व माधवराव सिंधिया ने लिया था नया स्टेडियम बनाने का फैसला 90 के दशक में मध्यप्रदेश क्रिकेट के मुखिया माधवराव सिंधिया हुआ करते थे और जब मैच रद्द होने से भारत, मध्यप्रदेश और इंदौर के सीने पर जो काला दाग लगा, उसी से आहत होकर यह फैसला किया गया था कि जितनी जल्दी हो सके, मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का अपना स्टेडियम होना चाहिए। एमपीसीए ने रेस कोर्स रोड स्टेडियम का निर्माण किया और 1990 में 30 हजार क्षमता वाला का होलकर स्टेडियम की स्थापना कर दी।

नेहरू स्टेडियम में हुए 9 वन डे मैच

पहला वन डे – 1 dec 83
इंडिया V/S वेस्टइंडीज
वेस्टइंडीज 8 विकेट से जीता

दूसरा वन डे – 6 oct 84
इंडिया V/S आस्ट्रेलिया
आस्ट्रेलिया 6 विकेट से जीता

तीसरा वन डे 27 jan 1987
इंडिया V/S पाकिस्तान
पाकिस्तान 3 विकेट से जीता

चौथा वन डे 18 oct 1987
ऑस्ट्रे V/S न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रे 3 विकेट से जीता

5 वां वन डे 15 dec 1988
इंडिया V/S न्यूजीलैंड
इंडिया 53 रनों से 8 जीता

छटा वन डे – 18 nov 1993
इंडिया V/S जिम्बावबे
मैच टाई रहा

7वां वन डे 19 oct 1996
ऑस्ट्रे V/S द अफ्रीका
अफ्रीका 7 विकेट से जीता

8 वां वैन डे – 25 dec 1997
इंडिया V/S श्रीलंका
मैच ड्रा

9 वां वन डे – 31 मार्च 2001
इंडिया V/S आस्ट्रेलिया
इंडिया 118 रन से जीता