नवरात्रि का त्यौहार पूरे नौ दिनों तक मनाया जाता हैं। इस पर्व को सबसे ज्यादा पावन पर्व माना जाता है। हिन्दू मान्यताओं में इस नवरात्रि का काफी महत्त्व है। इस दौरान सभी शुभ काम किए जाते हैं जो आगे जाकर हमे लाभ दें। साथ ही नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पुजा की जाती हैं। भक्त इन नौ दिनों मां के लिए व्रत भी रखते है। इस साल शारदीय नवरात्रि अक्टूबर की 17 तारीख से शुरू होने जा रही है। जो की 25 अक्टूबर तक रहेंगी। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष पितृपक्ष के समाप्ति के बाद अगले दिन से ही शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार अधिक मास होने के कारण पितरों की विदाई के बाद नवरात्रि का त्योहार शुरू नहीं हो सका।
वहीं अब नवरात्रि शुरू होने में महज 4 दिन ही बाकी हैं। ऐसे में जगह जगह नवरात्रि की सामग्री और पूजा की मूर्तियां और तस्वीरें मिलना शुरू हो जाती है। साथ ही नवरात्रि में कलश स्थापना के साथ मां नव दुर्गा की पूजा का शुभारम्भ होता है। ऐसे में कुछ पूजा की जरुरत चीज़े होती है जो बहुत जरुरी होती है। ऐसे में अलग-अलग तरह की पूजा सामग्री का विशेष महत्व है। अगर पूजा में सामग्री अधूरी रह जाए या फिर कोई सामग्री छूट जाए तो पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए आज हम आपको उन सभी सामग्री के बारे में बताने जा रहे है जिन्हे पूजा में जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। ये कुछ लिस्ट है जिन्हे आप आसानी से खरीद सकते हैं।
पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट –
- लाल रंग की गोटेदार चुनरी
- लाल रेशमी चूड़ियां
- सिन्दूर
- आम के पत्ते
- लाल वस्त्र
- लंबी बत्ती के लिए रुई या बत्ती
- धूप
- अगरबत्ती
- माचिस
- चौकी
- फूल
- फूलों का हार
- पान
- सुपारी
- लाल झंडा
- लौंग
- इलायची
- बताशे या मिसरी
- चौकी के लिए लाल कपड़ा
- नारियल
- दुर्गासप्तशती किताब
- कलश
- साफ चावल
- कुमकुम
- मौली
- श्रृंगार का सामान
- दीपक
- घी/ तेल
- कपूर
- उपले
- फल/मिठाई
- चालीसा व आरती की किताब
- देवी की प्रतिमा या फोटो
- कलावा
- मेवे
- हवन के लिए
- आम की लकड़ी
- जौ
- धूप
- पांच मेवा
- घी
- लोबान
- गुगल
- लौंग
- कमल गट्टा
- सुपारी, कपूर
- हवन कुंड भी