कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रशिक्षण विभाग सिखाएगा संगठन एवं कर्तव्यों का पाठ -डॉ विक्रात भूरिया

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इंदौर : मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को काग्रेस का राष्ट्रीय प्रशिक्षण विभाग संगठन एवं कर्तव्यों का पाठ सिखाएगा गया। इसकी शुरुआत धार जिले के मोहनरोड़ा तीर्य से की जाएगी। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने आज
आयोजित पत्रकार वार्ता में ये बात कही है। बता दे, मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव में निर्वाचित प्रदेश पदाधिकारियों, जिला शहर एवं विधानसभाओ के अध्यक्षों का एक विस्तृत राजनैतिक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनाक 10 से 12 जनवरी 2021 तक धार जिले में स्थित “श्री आदिनाय राजेन्द्र जैन श्रे० पेढी मोहनखेड़ा तीर्थ में आयोजित किया गया हैं।

डॉ विक्रांत भूरिया ने बताया कि संगठन द्वारा आयोजित उक्त राजनैतिक शिविर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव जी के निर्देशन में होगा, जिसमें कांवोस के वरिष्ठ नेता अलग-अलग तिथियों में प्रशिक्षण कार्यक्रम में पधाकर युवा कांग्रेस के निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने उदबोधन से उन्हें भविष्य की राजनीति का बोध कराएंगे।

जानकारी के मुताबिक, युवा कांग्रेस के इस राज्य स्तरीय नेतृत्व कार्यशाला में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव और मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी मुकुल वासनिक, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव, अ आ कां के संयुक्त सचिव एवं भारतीय युवा कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी जी, मीडिया विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी राहुल राव , भारतीय युवा कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी शेषनारायण ओझा, इशिता सेदा जी एवं अंकित डेढ़ा जी सहित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं विधायक भी विषय विशेषज्ञ के रूप में अपने अनुभव के उदबोधन से शिविरार्थियों को नेतृत्व क्षमता का पाठ पढ़ाएंगे।

उन्होंने बताया कि शिविर का शुभारंभ दिनांक 10 जरवरी को प्रातः ।। 00 बजे से ध्वजारोहण के उपरांत होगा। आज आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्षा डॉ भूरिया ने यह भी बताया का शिविर का मूल उद्देश्य संगठन के पदाधिकारियों में राजनीति के माध्यम से देश के नव निर्माण और सुचिता की राजनीति का स्वयं में समावेश का है। संपादक जी की सेवा में सराम्मान प्रकाशनार्थ ।